पाकिस्तान की ओर से अक्सर भारत के सैन्य सामर्थ्य को लेकर अजीबोगरीब दावे किए जाते हैं, लेकिन इस बार हद पार हो गई. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में दावा किया कि उनकी सेना ने भारत के राफेल फाइटर जेट्स को इलेक्ट्रॉनिकली जाम कर दिया है. उनका कहना है कि अब राफेल हमला करने लायक नहीं बचा है. हालांकि रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह दावा तकनीकी रूप से न सिर्फ हास्यास्पद है, बल्कि यह पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को लेकर एक भ्रम भी पैदा करता है.
राफेल: हवा में उड़ता हुआ 'फोर्ट्रेस'
राफेल कोई सामान्य विमान नहीं है जिसे आसानी से जाम किया जा सके. यह फ्रांस की तकनीकी उत्कृष्टता का उदाहरण है और 4.5 जनरेशन का नेटवर्क-सेंट्रिक मल्टीरोल फाइटर जेट है. इसमें दुनिया के सबसे अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक काउंटर मेजरमेंट सिस्टम (ECM) लगे हैं, जो किसी भी तरह की जैमिंग या स्पूफिंग को तुरंत पहचान कर निष्क्रिय कर देते हैं.
सिस्टम जो खतरे को खुद पहचान कर करता है कार्रवाई
राफेल में रडार वॉर्निंग सिस्टम, लेज़र वॉर्निंग, इंफ्रारेड मिसाइल डिटेक्शन और एक्टिव जैमिंग जैसे फीचर्स मौजूद हैं. यह सिस्टम न केवल खतरे को पहचानते हैं, बल्कि उस पर तत्काल प्रतिक्रिया भी देते हैं. इसकी संचार प्रणाली एन्क्रिप्टेड और मल्टी-लेयर लिंक पर आधारित है, जिससे इसे सिंगल चैनल से ब्लॉक करना लगभग नामुमकिन हो जाता है. अगर एक लिंक जाम भी हो जाए, तो दूसरा लिंक स्वतः सक्रिय हो जाता है.
क्या पाकिस्तान सच में राफेल को जाम कर सकता है?
इस सवाल का जवाब है. नहीं. पाकिस्तान के पास न तो वह टेक्नोलॉजी है और न ही वैसी क्षमताएं जो राफेल जैसे एडवांस्ड फाइटर जेट को इलेक्ट्रॉनिकली जाम कर सकें. उनके पास कुछ चीनी और अमेरिकी ईवी सिस्टम जरूर हैं, लेकिन वे राफेल की लेयर-बेस्ड जैमिंग प्रोटेक्शन को भेदने में सक्षम नहीं हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान केवल घरेलू सियासी लाभ के लिए दिया गया है, न कि किसी सैन्य तथ्य पर आधारित है.
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