भारत को लेकर पाकिस्तान के सुर एक बार फिर बिगड़े हुए हैं. इस बार खुद पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ISPR के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने भारत को धमकी देते हुए कहा है कि पाकिस्तान किसी भी दिशा से भारत को निशाना बना सकता है.
ब्रिटेन की प्रतिष्ठित पत्रिका The Economist को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि यदि भारत की ओर से कोई आक्रामक कदम उठाया गया तो पाकिस्तान जवाब देने में बिल्कुल देर नहीं करेगा. चौधरी के मुताबिक, “अगर भारत ने कोई दुस्साहस किया, तो हम उसकी धरती के भीतर तक जाकर हमला करेंगे. शुरुआत हम पूर्व से करेंगे और भारत को समझना होगा कि उस पर कहीं से भी हमला हो सकता है.”
9 आतंकी ठिकानों को किया था तबाह
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत हाल ही में आतंकवादियों के खिलाफ अपने जवाबी ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के लिए सुर्खियों में था. 6-7 मई की रात भारतीय सेना ने POK समेत पाकिस्तान के अंदर स्थित 9 आतंकी ठिकानों को टारगेट कर नष्ट कर दिया था. इन हमलों में भारत के खुफिया सूत्रों के मुताबिक, 100 से अधिक आतंकवादियों की मौत हुई थी. इस हमले की पुष्टि अप्रत्यक्ष रूप से खुद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने की थी, जब उसने अपने परिवार के 10 सदस्यों की मौत की बात स्वीकारी थी.
हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर चार दिनों तक रुक-रुककर मुठभेड़ चलती रही थी, जिसमें 9 और 10 मई की झड़पें सबसे उग्र थीं. भारत के सख्त रुख ने पाकिस्तान को बैकफुट पर ला दिया, और अब ISPR प्रमुख की ये बयानबाजी उसी दबाव में दी गई बौखलाहट मानी जा रही है.
असीम मुनीर के राष्ट्रपति बनने की खबरों को बताया अफवाह
सिर्फ धमकियों तक ही नहीं, जनरल अहमद शरीफ ने पाकिस्तान की घरेलू राजनीति से जुड़ी एक अहम अफवाह को भी खारिज किया. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि पाकिस्तान के फील्ड मार्शल और आर्मी चीफ असीम मुनीर को राष्ट्रपति बनाए जाने की योजना है. इन कयासों को सिरे से खारिज करते हुए अहमद शरीफ ने इन खबरों को "बकवास" करार दिया.
दरअसल, पिछले कुछ हफ्तों से चर्चा थी कि मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से इस्तीफा लेकर असीम मुनीर को नया राष्ट्रपति बनाने की कोशिश की जा रही है. इसी को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी बयान जारी किया था कि फील्ड मार्शल मुनीर ने न कभी राष्ट्रपति बनने की इच्छा जताई है और न ही ऐसी कोई योजना है.
शहबाज शरीफ ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके, राष्ट्रपति जरदारी और असीम मुनीर के बीच आपसी सम्मान और पाकिस्तान की प्रगति को लेकर साझा समझ है. तीनों नेता संविधान और व्यवस्था के तहत काम कर रहे हैं और कोई राजनीतिक उलटफेर फिलहाल संभव नहीं है.
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