जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के कड़े रुख ने पाकिस्तान की नींव हिला दी है. अमेरिका का खुला समर्थन मिलने के बाद भारत अब पहले से कहीं अधिक आक्रामक मुद्रा में है. इसी के चलते पाकिस्तान ने चीन की ओर रुख करते हुए 40 VT-4 युद्धक टैंकों का आपातकालीन ऑर्डर दे दिया है. इस कदम से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान को भारत की सैन्य ताकत और संभावित रणनीतिक कार्रवाई को लेकर गंभीर चिंता सता रही है.
चीन से सैन्य मदद की गुहार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में चीन के राजदूत जियांग झैडोंग से मुलाकात कर भारत से बढ़ते तनाव पर चर्चा की और सैन्य सहयोग की मांग की. पाकिस्तान को आशंका है कि मौजूदा हालात जमीनी जंग की ओर बढ़ सकते हैं, जिसमें उसके वर्तमान टैंक भारतीय हथियारों के सामने टिक नहीं पाएंगे.
मुकाबले से बाहर होता पाकिस्तान
जहां भारत के पास 1000 से अधिक T-90 टैंक, T-72 और स्वदेशी अर्जुन टैंक मौजूद हैं, वहीं पाकिस्तान के पास फिलहाल लगभग 350 VT-4 टैंक हैं. भारत की सेना में पहले से मौजूद 'नाग' एंटी टैंक मिसाइल और जल्द आने वाली अमेरिकी 'जैवलीन' ATGM पाकिस्तान के टैंक बेड़े के लिए बड़ा खतरा बन चुके हैं.
क्या खास है VT-4 टैंक में?
VT-4 चीन का आधुनिक तीसरी पीढ़ी का टैंक है, जिसे खासतौर पर निर्यात के लिए विकसित किया गया है. इसकी 125 मिमी की स्मूथबोर गन से 5 किलोमीटर तक मिसाइल दागी जा सकती है. इसके अलावा इसमें GL5 एक्टिव प्रोटेक्शन सिस्टम, रिएक्टिव और कंपोजिट आर्मर, तथा उन्नत फायर कंट्रोल तकनीक शामिल है. हालांकि, इस टैंक का अब तक किसी बड़े युद्ध में उपयोग नहीं हुआ है, जिससे इसके वास्तविक युद्धक्षेत्र प्रदर्शन को लेकर संदेह बना हुआ है.
POK में सन्नाटा, आपातकाल जैसे हालात
भारत के संभावित एक्शन से घबराए पाकिस्तान ने POK में आपात स्थिति लागू कर दी है. शादी समारोहों में संगीत, लाउडस्पीकर और आतिशबाजी पर पाबंदी लगा दी गई है. साथ ही करीब 1000 मदरसों को बंद कर दिया गया है. पाकिस्तान की कोशिश है कि आंतरिक हलचल को दबाकर बाहरी दबाव का सामना किया जाए, लेकिन भारत की ओर से मिल रहे संकेत बता रहे हैं कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों पर अब निर्णायक कार्रवाई तय है.