इस्लामाबाद: पाकिस्तान की वायुसेना (PAF) अपनी सामरिक क्षमता को अगले स्तर तक ले जाने की तैयारी में है. आने वाले महीनों में पाकिस्तान को चीन से अत्याधुनिक J-35A स्टील्थ फाइटर जेट्स मिलने वाले हैं. यह विमान चीन के 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों में गिना जाता है और इसे शेनयांग FC-31 का उन्नत संस्करण माना जा रहा है. इस विमान की तैनाती के साथ पाकिस्तान की एयर डिफेंस प्रणाली में बड़ा बदलाव आने की संभावना है.
'ग्रेफाल्कन' की एंट्री: स्टील्थ तकनीक से लैस युद्धक विमान
पाकिस्तानी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि चीन जल्द ही PAF को 'ग्रेफाल्कन' नाम से पहचाने जा रहे J-35A मल्टीरोल स्टील्थ फाइटर जेट देना शुरू कर देगा. इन विमानों को उड़ाने के लिए पाकिस्तानी पायलट गिलगित-बाल्टिस्तान में चीनी विशेषज्ञों से प्रशिक्षण ले रहे हैं — यह वही इलाका है जो भारत की सीमा से सटा हुआ है. इससे क्षेत्रीय तनाव को लेकर नई चर्चाओं को बल मिला है.
मिलेगी PL-17 मिसाइल: 400 किमी तक मारक क्षमता
J-35A के साथ-साथ पाकिस्तान को PL-17 एयर-टू-एयर मिसाइल भी मिलने जा रही है. यह मिसाइल लगभग 400 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है. रिपोर्ट्स के अनुसार, ये मिसाइलें भी उसी डील का हिस्सा हैं, जिससे यह विमान मिल रहे हैं. इन हथियारों की तैनाती भारत-पाक सीमा पर सामरिक संतुलन को प्रभावित कर सकती है.
संभावित संख्या: 30 से 40 विमान तक
हालांकि पाकिस्तान की सरकार ने आधिकारिक रूप से इन जेट्स की संख्या की पुष्टि नहीं की है, लेकिन पाक मीडिया का दावा है कि PAF को चीन से 30 से 40 J-35A फाइटर जेट्स मिलने की संभावना है. यह डील, हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य तनाव के बाद तेजी से आगे बढ़ी है. विशेषज्ञ मानते हैं कि यह पाकिस्तान की रणनीतिक प्रतिक्रिया है, जो भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत किए गए हवाई हमलों के बाद तेज़ी से सक्रिय हुई है.
J-35A की तकनीकी खूबियाँ
यह भी पढ़ें: ड्रोन अटैक का इंतकाम देखेगा यूक्रेन, ट्रंप से हुई फोन पर बात से भी नहीं बदला मन; कांप रहें जेलेंस्की!