'सिंधु का पानी रोका तो जंग तय...',पाकिस्तान विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद से दी भारत को धमकी

    Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से लिए गए कड़े फैसलों ने पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ा दी है. भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के संकेत दिए जाने के बाद, पाकिस्तान की संसद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और यहां तक कह दिया कि "अगर भारत ने पानी रोका, तो युद्ध तय है."

    Pahalgam Attack Foreign Minister Ishaq Dar Warns india over sindhu jal
    Image Source: Social Media

    Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से लिए गए कड़े फैसलों ने पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ा दी है. भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के संकेत दिए जाने के बाद, पाकिस्तान की संसद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और यहां तक कह दिया कि "अगर भारत ने पानी रोका, तो युद्ध तय है."

    सिंधु जल विवाद पर इशाक डार का कड़ा बयान

    पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में कहा कि भारत अगर सिंधु जल संधि के नियमों में किसी तरह की छेड़छाड़ करता है, तो यह सीधे युद्ध की कार्रवाई के बराबर होगा. उन्होंने भारत पर आरोप लगाते हुए यह भी स्पष्ट किया कि पहल्गाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ स्वतंत्र जांच के लिए तैयार हैं. डार ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने सऊदी अरब, यूएई, चीन और तुर्की जैसे देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत कर अपना पक्ष स्पष्ट किया है.

    ‘डिप्लोमेसी निभा रहा है पाकिस्तान’

    इशाक डार ने दावा किया कि पाकिस्तान इस पूरे मामले में अपनी राजनयिक ज़िम्मेदारी निभा रहा है और बिना किसी ठोस सबूत के भारत द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारता है. उनका कहना था कि भारत ने अब तक कोई ऐसा सबूत पेश नहीं किया है जिससे पाकिस्तान की संलिप्तता साबित होती हो.

    "हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन जवाब ज़रूर देंगे"

    इशाक डार ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान कभी भी हमले की शुरुआत नहीं करेगा, लेकिन अगर भारत ने कोई उकसाव किया, तो पाकिस्तान पूरी ताकत से जवाब देगा. उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने एक आधिकारिक पत्र के ज़रिए सिंधु जल संधि की स्थिति में बदलाव के संकेत दिए हैं, जिससे तनाव और बढ़ सकता है.

    भारत ने अपनाया कड़ा रुख

    भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है. जहां भारत आतंकी हमलों पर कड़ा रुख अपनाए हुए है, वहीं पाकिस्तान इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर चुनौती देने की कोशिश कर रहा है. सिंधु जल संधि जैसे संवेदनशील विषय पर आक्रामक बयानबाज़ी से हालात और गंभीर हो सकते हैं.
     

    यह भी पढ़े: पीएम मोदी ने सेना को दिया ऑर्डर तो UN महासचिव से गिड़गिड़ाने लगे शहबाज, पहलगाम हमले को लेकर कही ये बात