Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण हालातों के बीच राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज़ होती जा रही है. हाल ही में, कांग्रेस सांसद और लेखक शशि थरूर ने एक कविता के माध्यम से पाकिस्तान की कथनी और करनी में फर्क पर तंज कसा. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा "उसकी फितरत है मुकर जाने की, उसके वादे पे यकीं कैसे करूं?" यह पंक्तियाँ उस समय साझा की गईं जब पाकिस्तान ने भारत के साथ हुई संघर्षविराम संधि को कुछ ही घंटों में तोड़ दिया.
समझौता जो कुछ ही घंटों में टूट गया
शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर सैन्य कार्रवाइयों को रोकने का एक औपचारिक समझौता हुआ था. इस समझौते की पुष्टि दोनों देशों के सैन्य प्रमुखों के बीच संवाद के बाद की गई थी. भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि यह फैसला भारत और पाकिस्तान की आपसी बातचीत का परिणाम था और इसमें किसी तीसरे पक्ष, विशेषकर अमेरिका की कोई मध्यस्थता नहीं थी, भले ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते की जानकारी सार्वजनिक रूप से साझा की थी.
पाकिस्तान की दोहरी नीति फिर उजागर
समझौते के कुछ ही घंटों बाद, भारत ने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए. भारत का कहना है कि पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए सीमा पर गतिविधियाँ जारी रखीं. विदेश सचिव ने पाकिस्तान से "जवाबदेही" और "गंभीरता" की उम्मीद जताते हुए कहा कि इस तरह की हरकतें क्षेत्रीय शांति के लिए ख़तरनाक हैं.
भारत का स्पष्ट रुख: उल्लंघन बर्दाश्त नहीं
विदेश सचिव ने मीडिया को बताया कि भारतीय सेना को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सीमा पर किसी भी तरह के उल्लंघन का कठोर जवाब दिया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि भारत, शांति का पक्षधर है लेकिन उसकी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
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