Opertation Sidoor: भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान व PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयरस्ट्राइक कर व्यापक तबाही मचाई. इस हमले से जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुज्जाहिदीन के कमांड पोस्ट, ट्रेनिंग कैंप्स और गोदाम निशाने पर आए, जिनमें बहावलपुर की जामी मस्जिद सुभानअल्लाह (जैश का मुख्यालय), कोटली का हिजबुल प्रशिक्षण केंद्र तथा मुजफ्फराबाद में लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुख्यालय शामिल हैं.
संभावित पाकिस्तानी पलटवार और भारत की तैयारी
उच्च अलर्ट: रक्षा सूत्रों के अनुसार, तीनों सेनाओं के एयर डिफेंस प्लेटफ़ॉर्म को तुरंत सक्रिय कर दिया गया. सीमावर्ती इलाकों में एंटी-एयरक्राफ्ट गन व मिसाइल बैटरियां चौबीसों घंटे मुस्तैद रहेंगी. राजनीतिक स्तर पर चेतावनी: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शब्बाज शरीफ ने दावा किया कि भारत ने सिर्फ पांच स्थानों पर हमले किए हैं और देश को “जवाब देने का पूरा अधिकार” है.
भारत की प्रतिक्रिया: जिम्मेदारी और संयम
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA व विदेश मंत्री मार्को रुबियो को ऑपरेशन की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने जोर देकर कहा:
• यह कार्रवाई “केंद्रित, सटीक और गैर-उकसावे वाली” थी.
• किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ढांचे को निशाना नहीं बनाया गया.
• लक्ष्य केवल वे आतंकी शिविर थे जहाँसे भारत पर हमलों की साजिशें रची जा रही थीं.
स्टैंडऑफ: आतंक पर जवाब, द्विपक्षीय तनाव में संतुलन
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह संदेश मॉडरेट तरीके से दिया कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति पूर्णतः सजग है, और आतंकवाद को उठने नहीं देगा. साथ ही, सीमापार कार्रवाई के बाद आने वाली किसी भी प्रतिक्रिया का सामना करने के लिए तैयार रहने की रणनीति पर भी देशभर में काम तेज किया गया है.
यह भी पढ़ें: भारत हर बार घुसकर मार देता है...दुनिया भर में पाकिस्तान का बन रहा मजाक, आतंकिस्तान के डिफेंस सिस्टम की थू-थू