राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक बड़े फर्जी पासपोर्ट मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए इसके सरगना राहुल सरकार को गिरफ्तार कर लिया है. राहुल सरकार पर आरोप है कि उसने गैंग के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाकर कई बड़े अपराधियों को देश से बाहर भागने में मदद की. एनआईए ने आरोपी को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है, ताकि इस पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा सके.
फर्जी पासपोर्ट का खेल
जांच में खुलासा हुआ है कि राहुल सरकार लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाने और उन्हें विदेश भागाने का काम करता था. गैंग के खतरनाक गुर्गे और बड़े अपराधी इसी व्यवस्था के सहारे कानून की पकड़ से बचते रहे. खास बात यह है कि राहुल ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपियों को भी विदेश भेजने में अहम भूमिका निभाई. एनआईए अब इस फर्जी दस्तावेज़ बनाने वाले पूरे नेटवर्क को निशाना बना रही है.
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से कनेक्शन
एनआईए की जांच में सामने आया है कि राहुल सरकार ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मुख्य आरोपी सचिन थापन उर्फ सचिन बिश्नोई को भी मदद दी थी. सचिन बिश्नोई 2022 में हुई इस दर्दनाक हत्या का मुख्य संदिग्ध है. इसी सिलसिले में गृह मंत्रालय के निर्देश पर अगस्त 2022 में यह मामला दर्ज किया गया था.
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या
29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले के गांव जवाहरके में पंजाब के प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की बर्बर हत्या हुई थी. करीब 35 से 40 गोलियां मारकर बदमाशों ने उनकी कार को घेर लिया था. अस्पताल ले जाने के दौरान ही सिद्धू ने अपनी जान गंवा दी. इस सनसनीखेज हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी. पुलिस ने इस मामले में 30 से अधिक आरोपियों को नामजद किया था.
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