भारत के एक्शन से निकल गई पाकिस्तान की हेकड़ी, नवाज शरीफ ने शहबाज को दी ये सलाह

    दक्षिण एशिया एक बार फिर संघर्ष की आशंका के बीच खड़ा है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बना हुआ है. ऐसे समय में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शांति और संवाद का संदेश देकर एक अहम भूमिका निभाने की कोशिश की है.

    Nawaz Sharif gave advice to Shahbaz Sharif India Pakistan War
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    दक्षिण एशिया एक बार फिर संघर्ष की आशंका के बीच खड़ा है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बना हुआ है. ऐसे समय में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शांति और संवाद का संदेश देकर एक अहम भूमिका निभाने की कोशिश की है.

    'शांति से सुलझाया जाए विवाद'

    नवाज शरीफ ने मौजूदा राजनीतिक माहौल में अपने भाई और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सलाह दी है कि युद्ध जैसी स्थिति से बचा जाए और भारत के साथ जारी विवाद को कूटनीतिक ढंग से सुलझाया जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे भारत के प्रति आक्रामक रुख के पक्ष में नहीं हैं और दोनों देशों को संयम के साथ आगे बढ़ना चाहिए.

    'युद्ध का विरोध करने पर सत्ता से हटाया गया'

    उन्होंने याद दिलाया कि 1999 में कारगिल युद्ध के समय जब उन्होंने युद्ध का विरोध किया था, तो उनकी सरकार को सत्ता से हटा दिया गया था. नवाज शरीफ ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी पीएमएल-एन ने बार-बार अच्छा प्रदर्शन किया है, इसके बावजूद सत्ता से बेदखल किया गया — इस टिप्पणी के जरिए उन्होंने देश की राजनीतिक स्थिरता पर भी सवाल उठाए.

    पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून के हवाले से खबर है कि नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री को यह संदेश दिया कि भारत से बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए और टकराव के बजाय समाधान की ओर बढ़ना चाहिए.  अखबार के अनुसार, नवाज शरीफ ने भारत के प्रति कठोर रुख न अपनाने और शांति स्थापित करने के लिए बातचीत का रास्ता अपनाने की बात कही है.

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