महाराष्ट्र के नासिक जिले के द्वारका स्थित काठे गली इलाके में मंगलवार की रात हालात उस वक्त बेकाबू हो गए, जब नगर निगम की टीम अवैध घोषित दरगाह को हटाने पहुंची. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर पहले से ही तनावपूर्ण माहौल था, लेकिन जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, सैकड़ों लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव शुरू कर दिया.
क्या है मामला?
नगर निगम ने 1 अप्रैल को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी दी थी कि काठे गली में स्थित यह धार्मिक स्थल अनधिकृत है और इसे 15 दिन के भीतर हटा लिया जाए, वरना सख्त कार्रवाई की जाएगी. कोर्ट से भी इस निर्माण को अवैध करार दिए जाने के बाद मंगलवार रात को कार्रवाई शुरू की गई.
आधी रात में हमला, अफरा-तफरी का माहौल
बिजली कटौती के दौरान भीड़ ने मौके का फायदा उठाते हुए अचानक हमला कर दिया. पथराव में नगर निगम अधिकारी और 31 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि 5 सरकारी वाहनों को भी क्षति पहुंची. पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का लाठीचार्ज किया.
500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात
इस संवेदनशील कार्रवाई को लेकर पहले ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. रात के समय इलाके में लगभग 500 जवान तैनात थे, जबकि पथराव करने वाली भीड़ की संख्या 400 से ज्यादा बताई गई. एहतियातन इलाके में ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है.
ये भी पढ़ेंः 75 फाइटर जेट से लैस परमाणु एयरक्राफ्ट की तैनाती, क्या ईरान के खिलाफ युद्ध छेड़ेगा अमेरिका? मचा हड़कंप