गाजा सीजफायर में सबसे बड़ा अड़चन बना 12 किमी का गलियारा, मोराग कॉरिडोर के लिए इजरायल-हमास दोनों अड़े

    गाजा में लंबे समय से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में हाल ही में कुछ सकारात्मक संकेत देखने को मिले हैं.

    Morag Corridor is the biggest hurdle in Gaza ceasefire
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    तेल अवीव: गाजा में लंबे समय से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में हाल ही में कुछ सकारात्मक संकेत देखने को मिले हैं. इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में रुचि के बाद कूटनीतिक हलचल तेज़ हुई है. लेकिन मोराग कॉरिडोर नामक एक 12 किलोमीटर लंबे गलियारे पर नियंत्रण को लेकर पैदा हुआ गतिरोध युद्धविराम और बंधक समझौते की राह में सबसे बड़ी अड़चन बनकर सामने आया है.

    क्या है मोराग कॉरिडोर और क्यों है विवाद?

    मोराग कॉरिडोर, गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में राफा और खान यूनिस के बीच स्थित है. तीन महीने पहले इज़राइल ने इस रणनीतिक गलियारे पर सैन्य नियंत्रण स्थापित किया था. इज़राइली सरकार का कहना है कि यह इलाका हमास की आवाजाही रोकने और गाजा को खंडित करने की रणनीति का अहम हिस्सा है. प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इसे "दूसरा फिलाडेल्फी कॉरिडोर" बताते हुए इसका विशेष सैन्य महत्व बताया है.

    सूत्रों के मुताबिक, इज़राइल की योजना इस क्षेत्र में बफर ज़ोन स्थापित करने और विस्थापित फिलिस्तीनियों के लिए एक नियंत्रित पुनर्वास क्षेत्र बनाने की है. यह इलाका इज़राइली सुरक्षा बलों की निगरानी में रहेगा, जिससे हमास की पहुंच को सीमित किया जा सके.

    हमास की सशर्त सहमति और विरोध

    दूसरी ओर, हमास मोराग कॉरिडोर को लेकर पूरी तरह सख्त रुख अपनाए हुए है. संगठन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह किसी भी बंधक समझौते में तभी आगे बढ़ेगा जब इज़राइली सेना इस कॉरिडोर से पूरी तरह पीछे हटेगी. हमास का दावा है कि इज़राइल ने मार्च 2024 में एकतरफा हमले कर इस इलाके पर कब्जा किया था और यह कब्जा वर्तमान संकट का मूल कारण है.

    अरब समाचार चैनल अल हदथ की रिपोर्ट के अनुसार, हमास की वार्ता शर्तों में मोराग कॉरिडोर से इज़राइली फोर्स की वापसी शीर्ष पर है.

    राजनयिक प्रयास और मानवीय संकट

    अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका, मिस्र और कतर, युद्धविराम और बंधक रिहाई के लिए गहन मध्यस्थता प्रयास कर रहे हैं. लेकिन मोराग कॉरिडोर को लेकर बनी जिद समझौते की प्रगति को लगातार रोक रही है.

    इस बीच, गाजा में हालात बेहद चिंताजनक होते जा रहे हैं. स्थानीय स्वास्थ्य एजेंसियों के अनुसार, इज़राइली हमलों में अब तक 57,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. बिजली, पानी और दवाइयों की भारी किल्लत ने मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है.

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