Commonwealth Championships: भारतीय भारोत्तोलन की शान मीराबाई चानू ने एक साल के लंबे अंतराल के बाद दमदार वापसी करते हुए राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. चोट के कारण लंबे समय तक खेल से दूर रहने वाली मीराबाई ने न सिर्फ पदक जीता, बल्कि नए रिकॉर्ड भी बनाए, यह साबित करते हुए कि क्यों उन्हें भारत की सबसे भरोसेमंद वेटलिफ्टर माना जाता है.
रिकॉर्ड ब्रेकिंग परफॉर्मेंस
तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई ने महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग में कुल 193 किग्रा (84 किग्रा स्नैच 109 किग्रा क्लीन एंड जर्क) वजन उठाकर तीनों श्रेणियों में नया राष्ट्रमंडल रिकॉर्ड बनाया. पहले वह 49 किग्रा वर्ग में खेलती थीं, लेकिन इस बार ओलंपिक कार्यक्रम में बदलाव के कारण उन्होंने 48 किग्रा में उतरने का निर्णय लिया – और यह दांव सफल रहा.
चोट के बाद पहली प्रतियोगिता
पिछले साल पेरिस ओलंपिक के बाद मीराबाई चोटिल हो गई थीं और पूरे एक साल किसी भी प्रतियोगिता से दूर रहीं. इस वजह से उन्हें दोबारा लय हासिल करने में वक्त लगा. हालांकि, वापसी पर उन्होंने फिर से खुद को साबित कर दिया.
तीसरा प्रयास रहा विफल, फिर भी नंबर 1
स्नैच में उनका पहला प्रयास 84 किग्रा पर असफल रहा, और घुटने की तकलीफ भी साफ नजर आई. लेकिन उन्होंने दूसरे प्रयास में सफलतापूर्वक उतना ही वजन उठाया. तीसरा प्रयास (89 किग्रा) वह पूरा नहीं कर पाईं. क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 109 किग्रा तक सफलतापूर्वक वजन उठाया, जबकि अंतिम प्रयास (113 किग्रा) विफल रहा.
प्रतिस्पर्धा में भारी अंतर
मलेशिया की इरीन हेनरी ने कुल 161 किग्रा और वेल्स की निकोल रॉबर्ट्स ने 150 किग्रा वजन उठाकर क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता. यानी मीराबाई का प्रदर्शन बाकी खिलाड़ियों से काफी आगे रहा.
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