ईरान के सबसे बड़े बंदरगाह पर भीषण विस्फोट, 14 लोगों की मौत; 700 से अधिक घायल

    ईरान के दक्षिणी तटीय शहर बांदर अब्बास से शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. शाहिद राजाई बंदरगाह पर हुए जोरदार विस्फोट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी.

    Massive explosion at Iran largest port people killed
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    ईरान के दक्षिणी तटीय शहर बांदर अब्बास से शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. शाहिद राजाई बंदरगाह पर हुए जोरदार विस्फोट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी. इस हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि लगभग 700 से ज़्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.

    इमारतों की खिड़कियां चकनाचूर हो गईं 

    विस्फोट इतना प्रचंड था कि आसपास की इमारतों की खिड़कियां चकनाचूर हो गईं और एक इमारत की छत भी गिर पड़ी. सोशल मीडिया और स्थानीय चैनलों पर आ रहे वीडियो और तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि लोग घबराकर जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं, कई घायल लोग सड़कों पर पड़े कराहते दिखाई दे रहे हैं.

    शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, यह धमाका शाहिद राजाई बंदरगाह पर रखे कंटेनरों में से एक में हुआ. होर्मोज़गान प्रांत के क्राइसिस मैनेजमेंट प्रमुख ने बताया कि प्राथमिक जांच में कंटेनर में विस्फोट की पुष्टि हुई है. आग ने तेजी से अन्य कंटेनरों को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिनमें संभवतः ज्वलनशील रसायन भरे हुए थे. इससे आग और धमाके की तीव्रता और बढ़ गई.

    चश्मदीद गवाहों के अनुसार, आग पहले बंदरगाह के एक कोने में लगी थी, जो कुछ ही मिनटों में पास के खुले कंटेनरों तक फैल गई. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि धमाके के साथ इलाके में अफरा-तफरी मच गई. यहां तक कि 50 किलोमीटर दूर तक विस्फोट की गूंज सुनी गई.

    देश की आर्थिक धड़कन को गहरा झटका

    घटना के बाद घटनास्थल पर आग से उठता धुएं का घना गुबार साफ देखा जा सकता था. राहत और बचाव कार्य के लिए हेलीकॉप्टरों को मौके पर भेजा गया है और दमकल कर्मी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं. कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं, जिन्हें निकालने के प्रयास लगातार जारी हैं.

    ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ितों के प्रति संवेदना जताते हुए पूरी घटना की जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि, ईरान की राष्ट्रीय तेल उत्पादक कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इस विस्फोट का देश की तेल रिफाइनरियों, टैंकों या पाइपलाइनों से कोई संबंध नहीं है.

    शाहिद राजाई बंदरगाह, जो ईरान का सबसे बड़ा वाणिज्यिक पोर्ट है, बांदर अब्बास शहर से लगभग 20 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है और देश के व्यापारिक नेटवर्क की जीवनरेखा माना जाता है. ऐसे में इस धमाके ने न सिर्फ जानमाल का नुकसान किया है, बल्कि देश की आर्थिक धड़कन को भी एक गहरा झटका दिया है.

    ये भी पढ़ेंः '20 मृतकों की पैंट उतारी गई और ज़िप खोली गई थी' पहलगाम आतंकी हमले की जांच में बड़ा खुलासा