ममता बनर्जी के लिए 2025 एक कठिन साल साबित हो रहा है. भतीजे अभिषेक बनर्जी से विवाद, SSC घोटाला जिसमें 25 हजार टीचर्स की नौकरी चली गई, पार्टी के बड़े नेताओं के बीच झगड़े की चैट लीक होना और अब मुर्शिदाबाद में हुए दंगे, ये सभी घटनाएं ममता की सरकार के लिए एक बड़ा इम्तिहान बन चुकी हैं. क्या ममता बनर्जी 2026 के चुनाव में इन चुनौतियों को पार कर पाएंगी?
मुर्शिदाबाद दंगों पर ममता पर सवाल क्यों?
मुर्शिदाबाद में 8 अप्रैल को एक प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया. विरोध प्रदर्शन तब भड़का, जब वक्फ बोर्ड से जुड़े एक नए कानून के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे. इस दौरान पुलिस की 2 जीपों में आग लगा दी गई और बाद में गाड़ियों और दुकानों को भी निशाना बनाया गया. हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए. इसके बाद करीब 500 लोग हिंसा के बाद पलायन करने लगे और शरण लेने के लिए मालदा में एक स्कूल पहुंच गए.
ममता बनर्जी पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि हिंसा से पहले स्थिति की गंभीरता को लेकर कोई तैयारी नहीं थी. ममता ने कहा कि यह कानून केंद्र ने बनाया है और राज्य सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन विपक्षी नेताओं का कहना है कि उनकी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा मिला.
लीक हुई चैट, ममता की पार्टी में क्या हो रहा है?
ममता की पार्टी के अंदर भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. हाल ही में, TMC सांसदों के बीच आपसी टकराव ने एक नया मोड़ लिया. 4 अप्रैल को चुनाव आयोग के खिलाफ एक ज्ञापन देने को लेकर पार्टी के सांसदों के बीच बहस हो गई. महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच विवाद खुलकर सामने आया, जब महुआ को ज्ञापन पर साइन करने से रोक दिया गया. इसके बाद सांसदों के बीच विवाद बढ़ गया, और उनकी वॉट्सएप चैट लीक हो गई, जिसमें एक सांसद ने महुआ को अपशब्द कहे. इस घटना ने पार्टी के अंदर विवादों को और बढ़ा दिया.
SSC घोटाला क्या है?
SSC घोटाले में पश्चिम बंगाल स्टाफ सर्विस कमीशन (WBSSC) ने 2016 में 24,640 खाली पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा कराई थी. लेकिन जब परिणाम आए, तो 25,753 लोगों को नियुक्ति पत्र भेज दिए गए, जो पदों से ज्यादा थे. जांच में कई गड़बड़ियां सामने आईं, जैसे OMR शीट में छेड़छाड़, फर्जी मेरिट लिस्ट और रिश्वत के आरोप. 2024 में कलकत्ता हाईकोर्ट ने इन नियुक्तियों को रद्द कर दिया था, और सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे बरकरार रखा. ममता ने इस फैसले को मानवीय दृष्टि से गलत बताया, और इसे CPI(M) और BJP की साजिश बताया.
ममता बनर्जी और भतीजे अभिषेक बनर्जी के बीच कुछ ठीक नहीं है?
ममता और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के बीच रिश्तों में खटास आई है. इसे 'कोल्ड वॉर' कहा जा रहा है, जिसमें ममता के पुराने समर्थक और अभिषेक के करीबी युवा नेता एक-दूसरे से टकरा रहे हैं. 2025 के शुरुआत में पार्टी के नेताओं के बीच तीखी बहसें हुईं, और इसने मीडिया में चर्चा को जन्म दिया. अभिषेक बनर्जी ने सीनियर नेताओं के रिटायरमेंट की बात की, जिससे ममता को आपत्ति हुई. यह सारा विवाद पार्टी के भीतर की राजनीति को और जटिल बना रहा है.
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