Mainpuri News: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के भोगांव क्षेत्र में एक नया बदलाव होने जा रहा है. यहां प्रस्तावित फोरलेन स्टेट हाईवे बाईपास के लिए 12 गांवों की ज़मीन का अधिग्रहण कार्य अब तेजी से शुरू हो चुका है. इस बाईपास का निर्माण क्षेत्रीय यातायात को सुगम बनाएगा और साथ ही मैनपुरी की सुंदरता में भी चार चांद लगाएगा.
12 गांवों में शुरू हुआ भूमि अधिग्रहण
भोगांव के फोरलेन बाईपास के निर्माण के लिए भूमि सीमांकन का कार्य जोरों पर है. पहले चरण में तहसील क्षेत्र के 12 गांवों में भूमि का नाप-जोख किया जा रहा है. इन गांवों में गाटा सत्यापन के साथ-साथ अतिक्रमण की सूची भी तैयार की जा रही है. भूमि अधिग्रहण में शामिल गांवों में मेरापुर सूजापुर, सिवाई भदौरा, ब्योंती खुर्द और मंछना जैसे गांव शामिल हैं, जहां 60 प्रतिशत से अधिक सीमांकन कार्य पहले ही पूरा हो चुका है.
मुआवजे की प्रक्रिया और प्रशासनिक तैयारी
अधिकारियों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद किसानों को उनके खेतों, ट्यूबवेल, बोरिंग और अन्य निर्माणों के बदले मुआवजा दिया जाएगा. मुआवजे की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जिला स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा. यह समिति मुआवजे की दरें तय करेगी, ताकि किसानों को उचित मूल्य मिले.
हरियाली का भी ध्यान
बाइपास निर्माण के साथ-साथ पर्यावरण को संजीवनी देने के लिए एक अलग पहल की जा रही है. फोरलेन मार्ग के डिवाइडर पर हरियाली का समावेश करने की योजना शुरू की गई है. इसके तहत 1200 पौधों का रोपण किया जाएगा, जिसमें फाकर, बेजोलियम और अशोक जैसी छायादार प्रजातियां शामिल हैं. डिवाइडर के दोनों ओर लोहे की जाली लगाई जाएगी, ताकि पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
स्थानीय समुदाय से सहयोग की अपील
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे इस हरियाली अभियान में भाग लें और पौधों का संरक्षण करें. इससे न केवल बाईपास मार्ग सुंदर और हरा-भरा होगा, बल्कि मैनपुरी शहर को एक नई पहचान भी मिलेगी.
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