अगर आपने इस साल एमपी बोर्ड से 12वीं की परीक्षा दी है और अच्छे नंबर लाए हैं, तो ये सिर्फ रिजल्ट का दिन नहीं है, ये आपके सपनों की उड़ान का पहला पड़ाव है. क्योंकि अब सिर्फ मार्कशीट ही नहीं, बल्कि आपके मेहनत के इन नंबरों पर सरकार भी इनाम देने को तैयार बैठी है. मध्य प्रदेश सरकार ने उन होनहार छात्र-छात्राओं के लिए कई स्कॉलरशिप योजनाएं शुरू की हैं, जो संसाधनों की कमी के बावजूद पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं. चाहे आप गांव में रहते हों या शहर में, सामान्य वर्ग से हों या आर्थिक रूप से कमजोर तबके से, सरकार हर जरूरतमंद और मेधावी छात्र के साथ खड़ी है.
1.5 लाख तक की फीस भरेगी सरकार
मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना जैसे प्रोग्राम के तहत अगर आपने 12वीं में 70% या उससे ज्यादा अंक हासिल किए हैं, तो आपकी आगे की पढ़ाई की फीस चाहे वो इंजीनियरिंग हो, मेडिकल हो या लॉ सरकार खुद वहन कर सकती है. इतना ही नहीं, अगर आपने JEE Mains, NEET या CLAT जैसी परीक्षाएं भी पास कर ली हैं, तो कॉलेज में दाखिला लेने पर फीस माफी की व्यवस्था है, जिसकी सीमा 1.5 लाख रुपये तक हो सकती है.
गांव की छात्राओं को मिलेंगे 5000 रुपये
गांव की बेटी योजना खासकर उन छात्राओं के लिए है जो गांवों में रहकर पढ़ाई कर रही हैं. अगर आपने 60% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं और कॉलेज में दाखिला लिया है, तो आपको सालाना 5000 रुपये की आर्थिक सहायता मिल सकती है.
शहर में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए भी योजना
प्रतिभा किरण योजना शहरों में रहने वाली बीपीएल परिवार की बेटियों के लिए है. अगर आपने 60% से ज्यादा अंक पाए हैं, तो हर महीने आपके खाते में 500 रुपये मिलेंगे. इसके अलावा प्रोफेशनल कोर्स के लिए 750 रुपये की स्कॉलरशिप सीधे ट्रांसफर की जाती है.
MP सरकार की विक्रमादित्य योजना
विक्रमादित्य योजना सामान्य वर्ग के उन छात्र-छात्राओं के लिए है जिनके घर की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है. अगर आपने 60% या उससे ज्यादा अंक हासिल किए हैं, तो आपको एकमुश्त 2500 रुपये की सहायता दी जाती है.
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