हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा भले ही शांति की ओर इशारा करती हो, लेकिन इसके पीछे की कहानी भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक कौशल की एक ऐतिहासिक मिसाल है. इस बार भारत ने जवाब केवल शब्दों से नहीं, बल्कि अपनी स्वदेशी सैन्य तकनीक के ज़रिए दिया और ऐसा प्रहार किया कि दुश्मन की कमर टूट गई.
“मेड इन इंडिया” हथियारों की मार ने न सिर्फ पाकिस्तान की सीमा में आतंकी ठिकानों को मिटाया, बल्कि उसकी घुसपैठ की हिमाकत का भी करारा जवाब दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बिना नाम लिए यह संकेत दिया कि दुनिया ने भारत के घरेलू सैन्य औजारों की ताकत अब देख ली है. इस अभूतपूर्व सैन्य अभियान में तीन मुख्य स्वदेशी मिसाइलें सबसे आगे रहीं: ब्रह्मोस, आकाश और MRSAM (बराक-8).
1. ब्रह्मोस मिसाइल – भारत की सुपरसोनिक ताकत
ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस की साझा परियोजना है, जिसका नाम ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा नदियों के मेल से रखा गया है. यह मिसाइल ज़मीन, हवा, समुद्र और पनडुब्बियों से लॉन्च की जा सकती है.
मुख्य विशेषताएं:
गति: मैक 3 (लगभग 3700 किमी/घंटा)
मारक क्षमता: 500 किमी (कुछ वर्जन 800 किमी तक)
वॉरहेड: 200–300 किग्रा
लो-लेवल फ्लाइट क्षमता से रडार को चकमा दे सकती है
लक्ष्य पर सीधा या टॉप अटैक संभव
ब्रह्मोस के प्रमुख वेरिएंट
Block I/II/III : ज़मीनी सेना के लिए
Air-Launched BrahMos : Su-30MKI फाइटर से लॉन्च होने वाला वर्जन
Ship & Submarine-Launched BrahMos : नौसेना के लिए
BrahMos-NG (Next Gen) : हल्की, तेज और उन्नत पीढ़ी की मिसाइल
2. आकाश मिसाइल – भारत का मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम
DRDO द्वारा विकसित यह मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जो भारतीय वायुसेना, थल सेना और नौसेना का अहम हिस्सा बन चुकी है.
मुख्य क्षमताएं:
रेंज: 25–30 किमी
ऊंचाई तक मार: 18 किमी
गति: लगभग 3000 किमी/घंटा
वॉरहेड: 60 किग्रा
कई लक्ष्यों को एक साथ ट्रैक और नष्ट करने की क्षमता
मोबाइल रडार और लॉन्चिंग यूनिट के साथ कहीं भी तैनात किया जा सकता है
स्पेशल फीचर्स:
पूरी तरह स्वदेशी निर्माण
कम लागत में उच्च प्रभावशीलता
ऑल वेदर ऑपरेशन और नेटवर्क इंटीग्रेशन
3. MRSAM (बराक-8) – भारत-इजराइल का हाईटेक डिफेंस पार्टनरशिप
MRSAM, जिसे भारत में बराक-8 के नाम से जाना जाता है, एक आधुनिक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है. यह भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना में अलग-अलग रूपों में तैनात की जा रही है.
तकनीकी क्षमताएं:
रेंज: 70–100 किमी
स्पीड: 2400 किमी/घंटा
ऊंचाई तक मार: 20 किमी
वॉरहेड: 60–70 किग्रा
360-डिग्री कवरेज और नेटवर्क-केंद्रित ऑपरेशन
प्रमुख वेरिएंट्स:
IAF MRSAM : भारतीय वायुसेना के लिए
IA MRSAM : थल सेना
IN LRSAM : नौसेना के लिए लॉन्ग-रेंज वर्जन
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