अमेरिकी राजनीति में इन दिनों उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बयान ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक मीडिया इंटरव्यू में वेंस ने खुलकर कहा कि अगर हालात बनते हैं, तो वह राष्ट्रपति बनने की पूरी क्षमता और तैयारी रखते हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पूरा भरोसा है और वे मानते हैं कि ट्रंप न केवल अच्छा काम कर रहे हैं बल्कि वे अपने कार्यकाल को मजबूती से पूरा करेंगे.
वेंस ने बताया कि उपराष्ट्रपति बनने के बाद पिछले 200 दिनों में उन्हें अमेरिका के प्रशासनिक ढांचे, नीतिगत फैसलों और नेतृत्व से जुड़े अहम पहलुओं को नजदीक से समझने का अवसर मिला है. उन्होंने कहा कि यह अनुभव किसी भी “ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग” से बढ़कर है, जिसने उन्हें भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए तैयार किया है.
ट्रंप की सेहत और उम्र पर उठते सवाल
78 वर्षीय राष्ट्रपति ट्रंप की उम्र और सेहत को लेकर बीते महीनों में डेमोक्रेट्स के साथ-साथ कुछ रिपब्लिकन नेताओं ने भी सवाल उठाए हैं. खासकर निक्की हेली जैसे नेताओं ने इसे चुनावी बहस का मुद्दा बनाया. हाल ही में ट्रंप के पैरों में सूजन और क्रोनिक वेनस इनसफिशिएंसी जैसी सामान्य स्थिति सामने आई, जिस पर व्हाइट हाउस ने सफाई दी कि यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है. वेंस ने ट्रंप के स्वास्थ्य को लेकर कहा, “राष्ट्रपति जबरदस्त ऊर्जा से भरे हुए हैं. वे रात को आख़िरी कॉल करने वाले और सुबह सबसे पहले कॉल उठाने वाले शख्स हैं. मैं हर दिन उनके उत्साह को महसूस करता हूं.”
सुरक्षा भी एक बड़ी चुनौती
ट्रंप पर पिछले चुनावी अभियान के दौरान दो बार जानलेवा हमले हो चुके हैं. जुलाई 2024 में पेंसिल्वेनिया रैली में एक बंदूकधारी ने उन पर फायरिंग की थी, जिसमें गोली उनके कान को छू गई थी. इसके बावजूद उन्होंने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में हिस्सा लिया और कान पर पट्टी के साथ पार्टी की उम्मीदवारी स्वीकार की. एक और घटना सितंबर में हुई, जब फ्लोरिडा में ट्रंप के गोल्फ कोर्स पर एक हथियारबंद व्यक्ति को सीक्रेट सर्विस ने समय रहते पकड़ लिया. इन हमलों के बाद राष्ट्रपति पद की सुरक्षा संबंधी जटिलताओं पर भी चर्चा तेज हो गई है. वेंस ने कहा, “इन घटनाओं से यह साफ है कि यह पद न केवल राजनीतिक जिम्मेदारी का प्रतीक है, बल्कि इसमें बहुत बड़ा जोखिम भी छिपा है. लेकिन ट्रंप ने जो साहस दिखाया है, वो प्रेरणादायक है.”
अगर हालात बदलते हैं...
वेंस ने अपने इंटरव्यू में यह भी कहा कि यदि दुर्भाग्यवश कोई अप्रत्याशित स्थिति सामने आती है, तो वे खुद को पूरी तरह से तैयार मानते हैं. उनका यह आत्मविश्वास उनके अनुभव और जिम्मेदारी को लेकर गंभीरता को दर्शाता है
यह भी पढ़ें: हूती विद्रोहियों पर कहर बनकर बरसे नेतन्याहू! रक्षा-मंत्री और आर्मी चीफ की मौत का किया दावा; एक वार और किया खाक