मध्य-पूर्व में तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है. इजरायल ने यमन की राजधानी सना में एक सटीक और योजनाबद्ध हवाई हमला किया है, जिसका निशाना बने हूती विद्रोही. इस हमले में हूती संगठन के शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व को भारी नुकसान पहुंचा है.
स्थानीय यमनी मीडिया और इजरायली रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में हूती प्रधानमंत्री गालिब अल-रहवी और समूह के कई अहम सैन्य अधिकारी मारे गए हैं. इजरायल के सार्वजनिक प्रसारक KAN ने दावा किया है कि ये अब तक यमन के हूतियों पर किया गया सबसे बड़ा हमला है. हवाई हमले के दौरान सभी नेता एक ही स्थान पर एकत्रित थे और हूती प्रमुख अब्दुल मलिक अल-हूती का भाषण सुन रहे थे, जिसे पूरे देश में प्रसारित किया जा रहा था. इसी सभा को इजरायली खुफिया एजेंसियों ने ट्रैक किया और वायु सेना ने निशाना बनाया.
अपार्टमेंट बना युद्धक्षेत्र
यमन के अल-जम्हूरिया चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, हूती प्रधानमंत्री अल-रहवी अपने सहयोगियों के साथ एक अपार्टमेंट में मौजूद थे जब उन पर हमला हुआ. इजरायल के चैनल 12 की मानें तो इस हमले में हूती रक्षा मंत्री मोहम्मद नासिर अल-अथिफी और चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद अब्द अल-करीम अल-गमारी की भी मौत की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, इन तीनों नेताओं की मौत की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं की गई है. इजरायली मीडिया ने भी साफ किया है कि फिलहाल इनकी स्थिति स्पष्ट नहीं है.
सना के बाहरी इलाकों में चलीं मिसाइलें
सऊदी मीडिया हाउस अल-हदथ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली वायुसेना ने उन ठिकानों को निशाना बनाया जहाँ हूती विद्रोहियों के वरिष्ठ नेता छिपे हुए थे. हमला बेहद सटीक और रणनीतिक रूप से अंजाम दिया गया, जिससे संकेत मिलता है कि इसमें गहरी खुफिया जानकारी का उपयोग हुआ.
क्या कहती है इजरायली सरकार?
हवाई हमले की पुष्टि इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और आईडीएफ (इजरायली डिफेंस फोर्सेस) ने की है, हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि हमले का प्राथमिक लक्ष्य कौन था या कितने लोग मारे गए.
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