बंद कर दी कंपनी, बेच दी फेरारी कार... अपने कुत्ते के लिए इतना कुछ क्यों कर रहा ये शख्स, पढ़ें गजब की स्टोरी

    साइतो के जीवन में 12 साल पहले एक कठिन मोड़ आया. उनकी कंपनी आर्थिक संकट में घिरी और जीवन के प्रति उनका नजरिया बेहद नकारात्मक हो गया. एक दिन जब उन्होंने अपनी जिंदगी समाप्त करने का सोचा, तो उनका 70 किलो का पालतू कुत्ता उनके सामने आकर दरवाजे पर खड़ा हो गया.

    Japan man sold Ferrari car and shut down company to open an animal shelter
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    Viral News: जापान के शिजुओका प्रांत में रहने वाले 54 वर्षीय हिरोताका साइतो की कहानी हमें यह सिखाती है कि प्यार और कृतज्ञता से कैसे जिंदगी को नया मोड़ दिया जा सकता है. एक समय था जब साइतो अपनी कंपनी चलाते थे और उनके पास एक महंगी फरारी कार भी थी, लेकिन एक दिन उनका पालतू कुत्ता उनकी जिंदगी का एक अहम मोड़ बन गया. आज, साइतो अपने कुत्ते की मदद से 'वांसफ्री' नामक एक अनोखा शेल्टर चला रहे हैं, जो खतरनाक कहे जाने वाले कुत्तों को प्यार और देखभाल देता है.

    जब कुत्ते ने बचाई साइतो की जान

    साइतो के जीवन में 12 साल पहले एक कठिन मोड़ आया. उनकी कंपनी आर्थिक संकट में घिरी और जीवन के प्रति उनका नजरिया बेहद नकारात्मक हो गया. एक दिन जब उन्होंने अपनी जिंदगी समाप्त करने का सोचा, तो उनका 70 किलो का पालतू कुत्ता उनके सामने आकर दरवाजे पर खड़ा हो गया. कुत्ते ने उन्हें न केवल रोक लिया, बल्कि यह एहसास दिलाया कि अगर यह कुत्ता उनकी जिंदगी को इतना प्यार करता है, तो उन्हें भी जीने का हक है. साइतो कहते हैं, "जब मुझे एहसास हुआ कि एक कुत्ते ने मेरी जान बचाई, तो मैंने ठान लिया कि मैं अपनी बाकी जिंदगी कुत्तों को बचाने में बिताऊंगा."

    फरारी बेचकर शुरू किया शेल्टर

    अपने जीवन के इस अहम बदलाव के बाद, साइतो ने अपनी कंपनी बंद करने का फैसला लिया और अपनी लग्जरी फरारी कार को बेच दिया. इन पैसों से उन्होंने याइजु में एक जमीन खरीदी और कुत्तों के लिए 'वांसफ्री' नामक शेल्टर की स्थापना की. यह शेल्टर उन कुत्तों के लिए है, जिन्हें लोग 'खतरनाक' समझकर छोड़ देते हैं. साइतो का मानना है कि ये कुत्ते भी प्यार और देखभाल के हकदार हैं. उनका शेल्टर इस समय 40 कुत्तों और 8 बिल्लियों को सुरक्षित और खुशहाल जीवन दे रहा है.

    कुत्तों को मिली आज़ादी

    साइतो का शेल्टर उन कुत्तों के लिए उम्मीद की किरण बन चुका है, जिनकी कहानी किसी न किसी कारणवश दुखद रही है. साइतो ने इन कुत्तों को भारी जंजीरों से मुक्त किया और उन्हें खुली जगह में दौड़ने-खेलने की आजादी दी. वे चाहते हैं कि इन कुत्तों को बताने का मौका मिले कि वे भी प्यार के लायक हैं, चाहे उनकी पिछली ज़िन्दगी कैसी भी रही हो.

    चुनौतियां और जुनून

    साइतो का काम बिल्कुल आसान नहीं है. इन कुत्तों की आक्रामकता से बचने के लिए वे तीन जोड़ी दस्ताने पहनते हैं, फिर भी कई बार वे इन कुत्तों के हमले का शिकार हो जाते हैं. लेकिन उनका जुनून और प्यार कभी कम नहीं हुआ. वे कहते हैं, "मैं अपनी सारी जिंदगी और पैसा इन कुत्तों पर खर्च कर दूंगा." साइतो का सपना है कि वह अपने शेल्टर को 2028 तक और विस्तृत करें, ताकि 300 कुत्तों को जगह मिल सके.

    साइतो की कहानी का संदेश

    हिरोताका साइतो की कहानी न केवल कुत्तों को बचाने की है, बल्कि यह हमें यह भी बताती है कि प्यार और मेहनत से किसी भी कठिन काम को संभव बनाया जा सकता है. उनकी प्रेरणादायक यात्रा हमें यह सिखाती है कि हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों. साइतो का कहना है, "मैं पहले से कहीं ज्यादा खुश हूं. मुझे इस बात का सुकून है कि मैं इन कुत्तों के लिए कुछ कर पा रहा हूं." 

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