यरुशलम/तेल अवीव: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच लंबे समय से चला आ रहा भू-राजनीतिक विवाद अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंचता दिख रहा है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वेस्ट बैंक के बेहद संवेदनशील इलाके E1 (ई-वन) में यहूदी बस्तियों के विस्तार की योजना को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी है. यह फैसला न केवल फिलिस्तीनियों के लिए, बल्कि पूरे मिडिल ईस्ट क्षेत्र के लिए एक भूकंप सरीखा प्रभाव पैदा कर सकता है.
इस निर्णय को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की लहर दौड़ पड़ी है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम "टू स्टेट सॉल्यूशन" (दो राष्ट्रों वाला हल) की संभावना को पूरी तरह समाप्त कर सकता है, जो दशकों से इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष को सुलझाने का एकमात्र व्यावहारिक विकल्प माना जाता रहा है.
E1 क्या है और यह क्यों इतना अहम है?
E1 क्षेत्र, यरुशलम और माले अदुमिम के बीच स्थित एक रणनीतिक इलाका है, जो वेस्ट बैंक का हिस्सा है.
यह इलाका:
इसीलिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने बार-बार इस क्षेत्र में किसी भी तरह के निर्माण को अवैध और खतरनाक करार दिया है.
नेतन्याहू ने साइन किए सेटलमेंट प्लान पर
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू ने E1 सेटलमेंट एक्सपेंशन प्लान पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. योजना के अनुसार:
नेतन्याहू ने इस मौके पर कहा, “कोई फिलिस्तीनी राज्य नहीं बनेगा. यह जमीन हमारी है और हम इसमें अपने लोगों को बसाएंगे.”
क्या है इस कदम का मतलब?
1. फिलिस्तीन का भूगोल खत्म
अगर यह योजना पूरी तरह लागू हो जाती है, तो वेस्ट बैंक के उत्तर और दक्षिण हिस्सों के बीच सीधा संपर्क टूट जाएगा.
इसका मतलब है – एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य का भौगोलिक ढांचा ही टूट जाएगा.
2. अरब समुदायों पर खतरा
इस क्षेत्र में रहने वाले बेदुइन समुदाय और अन्य फिलिस्तीनी नागरिकों को उनके घरों से जबरन बेदखल किया जा सकता है.
विस्थापन के खतरे ने इन समुदायों में भय और आक्रोश पैदा कर दिया है.
3. हिंसा और टकराव का नया दौर
इसे अवैध क्यों माना जा रहा है?
नेतन्याहू ने ये फैसला अभी क्यों लिया?
हमास-इजरायल युद्ध का फायदा:
हालिया युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान गाजा पर केंद्रित है, जिसका फायदा उठाकर नेतन्याहू ने वेस्ट बैंक में स्थायी बदलाव की कोशिश शुरू की है.
घरेलू राजनीति में मजबूती:
नेतन्याहू की नीति रही है कि यरुशलम को इजरायल की "अविभाज्य राजधानी" के रूप में मान्यता दी जाए, और यह योजना उसी दिशा में एक कदम है.
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