पश्चिम एशिया में चल रहे तनाव के बीच इजरायल की एक नई सैन्य गतिविधि ने तुर्की की चिंताओं को और बढ़ा दिया है. हाल ही में कतर पर हुई एयर स्ट्राइक के बाद अब इजरायल ने एक और रणनीतिक कदम उठाते हुए साइप्रस में अपने अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम ‘बराक एमएक्स’ को गुपचुप तरीके से तैनात कर दिया है. यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब तुर्की और इजरायल के बीच कूटनीतिक रिश्ते बेहद तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं.
इजरायल का बराक MX सिस्टम अब साइप्रस की जमीन से तैनात किया जा चुका है, जिसे इजरायल के लिमासोल बंदरगाह के जरिए वहां पहुंचाया गया. यह वही साइप्रस है जिसके उत्तरी हिस्से पर 1974 में तुर्की ने सैन्य कार्रवाई कर कब्जा जमा लिया था. तब से अब तक तुर्की किसी भी विदेशी सैन्य प्रणाली की साइप्रस में तैनाती को लेकर बेहद सतर्क रहा है. ऐसे में इजरायल की यह नई गतिविधि सीधे तौर पर तुर्की की सुरक्षा चिंताओं को उकसा रही है.
कहां तैनात हो रहा है यह डिफेंस सिस्टम?
ग्रीक सिटी टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बराक MX सिस्टम को पाफोस के एंड्रियास पापांड्रेउ एयरबेस के नजदीक लगाया जा रहा है. हालांकि, इस संबंध में इजरायल या साइप्रस की सरकारों की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में जरूर इस सिस्टम को लिमासोल पोर्ट पर उतरते हुए देखा गया है.
बराक MX की ताकत क्या है?
बराक MX एक मॉड्यूलर और मल्टी-लेयर एयर डिफेंस सिस्टम है जिसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने 2018 में विकसित किया था. यह प्रणाली एक साथ कई खतरों जैसे कि लड़ाकू विमान, ड्रोन, हेलीकॉप्टर, क्रूज मिसाइल और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को रोकने में सक्षम है. इसकी मिसाइलें 15 किमी से लेकर 150 किमी तक की दूरी तक के लक्ष्यों को भेद सकती हैं. यही वजह है कि यह सिस्टम S-300 जैसे पुराने डिफेंस सिस्टम से कहीं ज्यादा आधुनिक और घातक माना जा रहा है.
तुर्की क्यों हो गया है अलर्ट?
बराक MX की साइप्रस में तैनाती ने तुर्की के सुरक्षा विशेषज्ञों और सरकार को चौकन्ना कर दिया है. अतीत में भी जब रूस ने साइप्रस को S-300 सिस्टम देने की बात की थी, तब तुर्की ने तीव्र विरोध दर्ज कराया था. अब बराक MX को S-300 से भी ज्यादा उन्नत मानते हुए तुर्की इसे सीधे अपनी सुरक्षा के खिलाफ एक कदम मान रहा है. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच हाल के दिनों में बढ़ती तीखी बयानबाज़ी इस चिंता को और हवा दे रही है.
पहले भी हुई थी बराक MX की डिलीवरी
यह पहली बार नहीं है जब बराक MX को साइप्रस भेजा गया हो. करीब दस महीने पहले, दिसंबर 2024 में भी इस सिस्टम की पहली खेप वहां पहुंची थी. तब भी इसकी डिलीवरी को गुप्त रखा गया था और किसी आधिकारिक माध्यम से पुष्टि नहीं हुई थी. अब दूसरी डिलीवरी के साथ यह साफ हो गया है कि इजरायल और साइप्रस के बीच सैन्य सहयोग का दायरा लगातार बढ़ रहा है.
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