मिडिल ईस्ट में तनाव एक बार फिर अपनी चरम सीमा पर पहुंच गया है. गाजा पट्टी में इजराइली हवाई हमलों का सिलसिला जारी है और इसका सबसे ताजा शिकार बने हैं आम नागरिक. शनिवार को हुए हमलों में कम से कम 23 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें तीन मासूम बच्चे और उनके माता-पिता भी शामिल हैं. इस त्रासदी ने एक बार फिर दुनिया को झकझोर दिया है.
जबालिया में UN गोदाम पर हमला
इससे पहले शुक्रवार देर रात जबालिया में एक हमले में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के गोदाम को निशाना बनाया गया, जिसमें चार लोगों की जान चली गई. इन हमलों ने गाजा में मानवीय संकट को और भी गहरा कर दिया है, जहां राहत सामग्री की भारी कमी है और रसोई घर व सहायता केंद्र बंद होते जा रहे हैं.
इजराइली सेना को भी नुकसान
इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया कि गाजा सिटी के शुजाइया इलाके में तलाशी अभियान के दौरान एक विस्फोट में नौ इजराइली सैनिक घायल हो गए. हालांकि, इजराइल का दावा है कि उसका यह ऑपरेशन हमास को कमजोर करने और बंधकों को रिहा करवाने के लिए है.
राहत नहीं, नियंत्रण चाहता है इजराइल?
इजराइल द्वारा गाजा में राहत सामग्री के वितरण पर नियंत्रण करने की योजना पर संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई है. 'गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन' की अमेरिकी योजना को भी खारिज कर दिया गया है. मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि "भुखमरी को हथियार बनाना" एक युद्ध अपराध की श्रेणी में आता है.
मौत का आंकड़ा 52,800 के पार
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस संघर्ष में अब तक 52,800 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. घायल लोगों की संख्या 1 लाख 19 हजार से अधिक हो चुकी है. वहीं, इजराइल का दावा है कि उसने हजारों हमास आतंकियों को मार गिराया है, लेकिन इस पर अभी तक कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं किया गया है.
संघर्ष विराम टूटने के बाद तेज हुआ अभियान
18 मार्च 2025 को इजराइल द्वारा बमबारी फिर से शुरू किए जाने के बाद दो महीने पुराना संघर्ष विराम टूट गया. इसके बाद से इजराइली सैनिकों ने उत्तरी गाजा और राफा के कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है और जमीन पर नियंत्रण बढ़ा दिया है.
7 अक्टूबर के हमले के बाद से युद्ध जारी
यह पूरा संघर्ष उस 7 अक्टूबर 2023 की घटना के बाद शुरू हुआ, जब हमास ने दक्षिणी इजराइल पर हमला कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 250 से अधिक को बंधक बना लिया था. आज भी करीब 59 बंधक हमास के कब्जे में हैं.
बंधकों की वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन
हमास द्वारा शनिवार को जारी एक वीडियो में दो बंधक — एल्काना बोहबोट और योसेफ-हैम ओहाना — दिखाई दिए, जिन्हें 7 अक्टूबर को एक संगीत समारोह से अगवा किया गया था. इसी के जवाब में शनिवार रात को तेल अवीव में प्रदर्शनकारियों ने संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई की मांग को लेकर सड़कों पर उतरकर सरकार पर दबाव बनाया.
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