इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक इंटरव्यू में दावा किया है कि ईरान एक परमाणु बम बनाकर सीधे इजरायल पर हमला करने की योजना बना चुका था. अमेरिका के प्रतिष्ठित न्यूज़ नेटवर्क फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने यूरेनियम संवर्धन के ज़रिए एटमी हथियार बनाने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली थी.
नेतन्याहू ने यह आरोप लगाते हुए कहा, “हमने स्पष्ट रूप से देखा कि ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) परमाणु बम बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रहा था. हमने यह भी अनुमान लगाया था कि एक साल के भीतर उनके पास कार्यशील परमाणु हथियार होगा. और दूसरी परमाणु शक्तियों के उलट, ईरान इस बम का इस्तेमाल करेगा—और हमारा विनाश करेगा.”
गाजा जंग और बंधकों को लेकर सफाई
गाजा में जारी संघर्ष और वहां फंसे बंधकों को लेकर भी नेतन्याहू ने अपनी बात रखी. उन्होंने जोर देकर कहा कि इजरायल की ओर से नागरिकों की जान बचाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है. उनके शब्दों में, “हम संघर्ष के दौरान यह सुनिश्चित करते हैं कि निर्दोष नागरिकों को नुकसान न पहुंचे, लेकिन हमास जानबूझकर नागरिक क्षेत्रों का इस्तेमाल करता है ताकि अधिकतम क्षति हो. हम पूरी जिम्मेदारी से लड़ते हैं, जबकि वे जानबूझकर निर्दोषों को ढाल बनाते हैं.”
अगर इतिहास में किसी से मिलते तो?
इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि अगर उन्हें इतिहास में किसी शख्स से मिलने का मौका मिलता, तो वे किसे चुनते—तो उन्होंने तुरंत थियोडोर हर्जल का नाम लिया. नेतन्याहू ने कहा, “हर्जल ने यहूदी राज्य की नींव का सपना तब देखा था, जब यह केवल एक कल्पना लगती थी. 36 की उम्र में उन्होंने चेतावनी दी थी कि यूरोप में यहूदी-विरोध जल्द ही बड़े संकट का रूप लेगा. 44 की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई, लेकिन उनके विचारों की चिंगारी इतनी तीव्र थी कि महज 50 वर्षों में एक स्वतंत्र यहूदी राष्ट्र खड़ा हो गया.” हर्जल को आधुनिक यहूदी राष्ट्रवाद का अग्रदूत माना जाता है. वह ऑस्ट्रो-हंगेरियन मूल के पत्रकार, वकील और लेखक थे, जिनकी सोच ने यहूदियों को एकजुट करने की दिशा में ऐतिहासिक भूमिका निभाई.
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