Iran and Israel War: ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के बंकर-बस्टर हमले के बाद मध्य-पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है. इसी बीच एक बड़ा संकेत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से आया है, जहां ईरान के स्थायी राजदूत आमिर सईद इरावानी ने खुलकर ऐलान किया है कि अमेरिका को जवाब जरूर मिलेगा. उन्होंने इस हमले को "बिना वैध कारण के आक्रामकता" करार देते हुए 5 अहम वजहें गिनाईं, जो ईरान की संभावित जवाबी कार्रवाई को जायज ठहराती हैं.
अमेरिका पर जवाबी कार्रवाई क्यों जरूरी है?
ईरान के राजदूत इरावानी ने संयुक्त राष्ट्र में दिए गए अपने बयान में पांच बड़े बिंदुओं के माध्यम से अमेरिका पर तीखा हमला बोला.
ईरान को मिला वैश्विक समर्थन
ईरान को इस मसले पर रूस, चीन, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसे देशों का समर्थन मिल रहा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे "ईरान की संप्रभुता पर सीधा हमला" करार दिया है. वहीं उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर “दुनिया को अस्थिर करने वाला ताकतवर आतंकी” होने का आरोप लगाया.
अब सवाल यह नहीं कि ईरान बदला लेगा या नहीं, बल्कि यह है कि कब और कैसे?
ईरान की तरफ से पलटवार की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन यह कब और किस रूप में होगा, यह अब दुनिया की नजरों का केंद्र बन चुका है. क्या यह एक बड़ा सैन्य हमला होगा या छिपे तरीके से जवाबी कार्रवाई? इसकी तस्वीर आने वाले कुछ दिनों में साफ हो सकती है.
यह भी पढ़ें: बदले के भाव से ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य बंद करने का किया ऐलान, क्या भारत पर पड़ेगा इसका असर?