अगर मारे गए खामेनेई तो कौन होगा अगला लीडर? लिस्ट में ये 5 नाम शामिल

    Iran and Israel War: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव ने उस वक्त नया मोड़ ले लिया जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई के खिलाफ खुली धमकी दे डाली.

    Iran and Israel War if khamnei will dead then who will be next supreme leader
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    Iran and Israel War: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव ने उस वक्त नया मोड़ ले लिया जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई के खिलाफ खुली धमकी दे डाली. उनके इस बयान के बाद मध्य पूर्व की राजनीति में खलबली मच गई है. वहीं, अमेरिका से भी तीखी चेतावनी आई है. अब सवाल यह उठता है कि अगर ईरान में नेतृत्व परिवर्तन होता है, तो खामेनेई की जगह कौन लेगा?

    खामेनेई की हत्या से खत्म हो सकता है तनाव

    हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने साफ शब्दों में कहा कि अगर खामेनेई को निशाना बनाया जाए, तो दोनों देशों के बीच लंबे समय से चला आ रहा टकराव समाप्त हो सकता है. इजरायली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने भी इसी अंदाज में चेतावनी दी कि खामेनेई का अंजाम "सद्दाम हुसैन" जैसा हो सकता है.

    ट्रंप ने दी अप्रत्यक्ष धमकी: "हमें पता है वो कहां हैं

    जी-7 सम्मेलन से लौटने के बाद, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले में चुप्पी नहीं रखी. उन्होंने कहा हमें आयतुल्लाह अली खामेनेई का सटीक ठिकाना पता है. हम उन्हें हटा सकते हैं, लेकिन अभी नहीं. यह बयान साफ करता है कि वॉशिंगटन की निगाहें ईरान के शीर्ष नेतृत्व पर टिकी हैं. इजरायल की धमकियों का जवाब देते हुए खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी किया. उन्होंने कहा हमें आतंकवादी ज़ायोनी शासन को कड़ा जवाब देना होगा. हम ज़ायोनियों पर कोई दया नहीं दिखाएंगे.

    ये हो सकते हैं संभावित चेहरे


    यदि स्थिति गंभीर होती है और नेतृत्व परिवर्तन की नौबत आती है, तो ईरान के भीतर कौन नया सर्वोच्च नेता बन सकता है? इन नामों पर चर्चा जोरों पर है:

    मोजतबा खामेनेई: खामेनेई के बेटे मोजतबा की IRGC और धार्मिक संस्थानों में गहरी पकड़ है. वे अगला सुप्रीम लीडर बनने के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं.

    अलीरेज़ा अराफी: विशेषज्ञ सभा के उपाध्यक्ष और गार्जियन काउंसिल के सदस्य अराफी को खामेनेई का करीबी और बेहद अनुभवी माना जाता है.

    अली असगर हेजाज़ी: खुफिया और सुरक्षा मामलों के जानकार हेजाज़ी खामेनेई के सुरक्षा सलाहकार हैं और सत्ता के केंद्र के बेहद करीब माने जाते हैं.

    मोहम्मद गोलपायेगानी: खामेनेई के चीफ ऑफ स्टाफ गोलपायेगानी प्रशासनिक मामलों के अनुभवी खिलाड़ी हैं और अक्सर पर्दे के पीछे से निर्णयों में भूमिका निभाते हैं.

    विशेषज्ञ सभा (Assembly of Experts): ईरान की यह संस्था सुप्रीम लीडर की नियुक्ति का अधिकार रखती है और जरूरत पड़ने पर ‘नेतृत्व परिषद’ का गठन भी कर सकती है.

    क्या मध्य पूर्व एक और भूचाल की ओर बढ़ रहा है?

    इजरायल, अमेरिका और ईरान की जुबानी जंग अब खतरनाक दिशा लेती दिख रही है. खामेनेई के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं इस ओर इशारा कर रही हैं कि भीतरखाने बहुत कुछ पक रहा है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह सियासी घमासान किसी ठोस फैसले की ओर बढ़ेगा या हालात और अधिक अस्थिर होंगे.

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