भारतीय शेयर बाजार में फिर लौटी रफ्तार: सेंसेक्स ने छुआ 81,900 का स्तर, निवेशकों को हुई जबरदस्त कमाई

    सेंसेक्स अभी भी 851 अंकों की बढ़त के साथ 81,803.33 पर कारोबार कर रहा है, जिससे यह साफ है कि निवेशकों का बाजार पर भरोसा बरकरार है.

    Indian stock market regained momentum Sensex touched 81900
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    पिछले कुछ दिनों की उठापटक और बिकवाली के बाद भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर तेजी की राह पकड़ ली है. गुरुवार की भारी गिरावट के बाद शुक्रवार को भले ही बाजार हल्के दबाव के साथ खुला हो, लेकिन जल्द ही निवेशकों की मजबूत खरीदारी ने बाजार को उछाल दे दिया. नतीजा यह रहा कि सेंसेक्स 900 अंकों तक उछल गया और दिन के कारोबार में 81,905.17 के उच्चतम स्तर को छू लिया.

    मौजूदा समय की स्थिति देखें तो सेंसेक्स अभी भी 851 अंकों की बढ़त के साथ 81,803.33 पर कारोबार कर रहा है, जिससे यह साफ है कि निवेशकों का बाजार पर भरोसा बरकरार है. खास बात यह रही कि इस तेजी के साथ निवेशकों की झोली में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई भी आ चुकी है.

    किसने दिखाई मजबूती?

    सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 28 में तेजी दर्ज की गई, जिसमें ITC और इटरनल के शेयर सबसे ज्यादा चमके. वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा और फार्मा सेक्टर में थोड़ी कमजोरी देखने को मिली.

    विदेशी निवेशक बेचते रहे, घरेलू निवेशकों ने थामा मोर्चा

    जहां एक ओर विदेशी निवेशक पिछले कुछ दिनों में बिकवाली के मूड में नजर आए, वहीं भारतीय निवेशकों ने बाजार को सहारा दिया. गुरुवार को विदेशी निवेशकों ने करीब 5,000 करोड़ रुपये की निकासी की, जबकि घरेलू निवेशकों ने लगभग 3,715 करोड़ रुपये की जमकर खरीदारी की.

    22 मई का झटका और उसके बाद की वापसी

    22 मई 2025 को बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी. उस दिन सेंसेक्स 645 अंक लुढ़क कर 80,952 पर बंद हुआ था और निफ्टी 204 अंक गिरकर 24,610 पर. सेंसेक्स की 30 में से 27 कंपनियों के शेयर टूटे थे, जिनमें M&M, टेक महिंद्रा और बजाज फिनसर्व जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर 2.5% तक गिरे थे.

    हालांकि, इस गिरावट के बाद बाजार ने जिस तेजी से वापसी की है, वह दर्शाता है कि भारतीय इक्विटी मार्केट में निवेशकों का विश्वास गहराता जा रहा है, खासतौर पर तब जब वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बनी हुई है.

    डॉलर इंडेक्स में गिरावट ने बढ़ाया भरोसा

    ग्लोबल मार्केट की अनिश्चितता के बीच डॉलर इंडेक्स में गिरावट ने भारतीय निवेशकों को राहत दी है. इससे विदेशी मुद्रा का बहाव कुछ समय के लिए भले ही बाधित हुआ हो, लेकिन घरेलू निवेशकों की भागीदारी ने सेंटीमेंट को मज़बूती दी है.

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