नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव एक बार फिर उस मोड़ पर पहुंच गया है जहां सैन्य संतुलन और रणनीतिक संयम दोनों की परीक्षा हो रही है. 8 और 9 मई की रात को पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर और पंजाब में ड्रोन और हवाई घुसपैठ की कोशिशों के जवाब में भारत ने सटीक, संयमित और रणनीतिक सैन्य कार्रवाई की है. रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति की जानकारी दी और स्पष्ट किया कि भारत की कार्रवाई केवल चिन्हित सैन्य ठिकानों तक सीमित रही है.
भारतीय सेना ने एक वीडियो जारी किया है, इस वीडियो में सेना के जवान हंसते-हंसते पाकिस्तानी आतंकी लॉन्च पैड तबाह करते दिखाई दे रहे हैं. भारतीय सेना के जवानों के चेहरे पर बिल्कुल भी तनाव नहीं दिख रहा है.
OPERATION SINDOOR
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 10, 2025
Indian Army Pulverizes Terrorist Launchpads
As a response to Pakistan's misadventures of attempted drone strikes on the night of 08 and 09 May 2025 in multiple cities of Jammu & Kashmir and Punjab, the #Indian Army conducted a coordinated fire assault on… pic.twitter.com/2i5xa3K7uk
पाकिस्तान की ओर से उकसावे की कार्रवाई
पाकिस्तानी सेना ने बीते कुछ दिनों में भारत के पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में कई बार हवाई घुसपैठ की कोशिश की. ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार और लड़ाकू विमानों के ज़रिए भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया गया.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने जानकारी दी कि पाकिस्तान ने 26 से अधिक हवाई मार्गों से भारतीय सीमा में प्रवेश की कोशिश की. हालांकि अधिकांश प्रयासों को भारतीय सशस्त्र बलों ने समय रहते विफल कर दिया. फिर भी उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज एयरबेस पर कुछ उपकरणों और संरचनाओं को सीमित क्षति पहुंची है.
भारत का जवाब: संयम में शक्ति
रक्षा प्रवक्ता विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की ओर से की गई हरकतों के जवाब में एक संयमित और सुनियोजित ऑपरेशन चलाया है, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है. इसके तहत रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहिमयार खान और सियालकोट जैसे सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए गए.
इन हमलों का उद्देश्य साफ था – केवल सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना, ताकि नागरिक क्षति शून्य रखी जा सके और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन न हो.
झूठे दावों का मुकाबला तथ्य से
पाकिस्तान की सरकारी एजेंसियों ने भारत की सैन्य क्षमताओं को लेकर कई दावे किए, जिनमें S-400 सिस्टम, ब्रह्मोस फैसिलिटी और हवाई ठिकानों के ध्वस्त होने की बात कही गई. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ये सभी दावे झूठ और दुष्प्रचार का हिस्सा हैं, जिनका उद्देश्य केवल भारत की छवि को नुकसान पहुंचाना है और घरेलू अस्थिरता को भड़काना है.
मिसरी ने कहा, "भारत की सैन्य तैयारियां पूर्णतः सक्रिय हैं. हमारे सामरिक ठिकाने सुरक्षित हैं और हर मोर्चे पर हमारी प्रतिक्रिया सटीक और सशक्त है."
स्थानीय स्थिति और मानवीय पक्ष
जम्मू-कश्मीर और पंजाब में कुछ नागरिक इलाकों पर भी मोर्टार और तोप से हमले किए गए हैं. इस दौरान कुपवाड़ा, पुंछ, राजौरी, और अखनूर में नुकसान की खबरें हैं. कुछ प्रशासनिक परिसरों और नागरिक संरचनाओं को क्षति पहुंची है और एक अधिकारी की जान भी गई है.
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस बात को उठाने की तैयारी शुरू कर दी है कि पाकिस्तान लगातार नागरिकों को निशाना बना रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों का उल्लंघन है.
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