प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर सऊदी अरब के जेद्दा शहर पहुंचने वाले हैं. यह यात्रा महज औपचारिक कूटनीतिक मुलाकात नहीं, बल्कि भारत और सऊदी अरब के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक रिश्तों को एक नई ऊंचाई देने की पहल मानी जा रही है. यह पीएम मोदी की सऊदी अरब की तीसरी यात्रा होगी, हालांकि जेद्दा — जिसे किंगडम की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है — की यह उनकी पहली आधिकारिक यात्रा है.
भारत का “विश्वसनीय मित्र”
जेद्दा रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने सऊदी मीडिया हाउस ‘अरब न्यूज’ को एक खास इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने सऊदी अरब को भारत का “विश्वसनीय मित्र” और “रणनीतिक साझेदार” बताया. पीएम मोदी ने साफ कहा, “भारत और सऊदी अरब का रिश्ता कोई नया नहीं है. सदियों पुराना यह संबंध व्यापार, विचारों और संस्कृति का साझीदार रहा है. आज भी यह साझेदारी स्थायित्व और भरोसे का प्रतीक है.”
उन्होंने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए उन्हें भारत-सऊदी रिश्तों का सच्चा समर्थक बताया. पीएम मोदी ने कहा कि हर मुलाकात में क्राउन प्रिंस ने उनकी सोच पर गहरा प्रभाव डाला है और उनके नेतृत्व में सऊदी अरब अपने नागरिकों की आकांक्षाओं को साकार करने के लिए तेज़ी से आगे बढ़ रहा है.
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi emplanes for Saudi Arabia.
— ANI (@ANI) April 22, 2025
This is his 3rd visit to Saudi Arabia while all PMs before him together visited Saudi Arabia thrice in 7 decades. This is also his 15th visit to a country in the Gulf region. pic.twitter.com/dlAHO5Fego
भारत अब 100 से ज्यादा देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा
जेद्दा और भारत के संबंधों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह शहर भारतीय तीर्थयात्रियों और व्यापारियों के लिए सदियों से एक अहम केंद्र रहा है, खासकर मक्का की ओर जाने वाले हज और उमरा यात्रियों के लिए. यह नज़दीकी संबंध दोनों देशों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को और गहराई देता है.
रक्षा सहयोग पर पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि भारत और सऊदी अरब मिलकर क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि भारत अब 100 से ज्यादा देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है, और सऊदी अरब को भी भारत के रक्षा क्षेत्र में निवेश का आमंत्रण दिया है.
दिलों के रिश्तों को भी और मजबूती देगा यह दौरा
व्यापारिक रिश्तों की बात करें तो मोदी ने कहा कि सऊदी अरब में भारतीय कंपनियों की सशक्त उपस्थिति ने दोनों देशों की आर्थिक साझेदारी को मजबूत किया है. उन्होंने किंगडम को फीफा वर्ल्ड कप 2034 और वर्ल्ड एक्सपो 2030 की मेजबानी के लिए बधाई भी दी और इसे “हर भारतीय के लिए गर्व की बात” बताया.
भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर भी उन्होंने अपनी उम्मीदें साझा करते हुए कहा कि यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय संपर्क का सेतु बनेगी, बल्कि आर्थिक विकास और साझेदारी का एक नया अध्याय भी लिखेगी.
सरकारी बयान में कहा गया कि यह यात्रा इस बात की गवाही है कि भारत सऊदी अरब के साथ अपने रणनीतिक रिश्तों को कितनी प्राथमिकता देता है. निश्चित तौर पर, यह दौरा सिर्फ कूटनीतिक संबंधों का विस्तार नहीं बल्कि दिलों के रिश्तों को भी और मजबूती देगा.
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