'हमने पाकिस्तान के रडार सिस्टम को निशाना बनाया', विदेश मंत्रालय ने बताया भारत ने क्यों लिया ये फैसला

    भारत सरकार ने 8 मई को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई जवाबी कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी.

    India targeted Pakistans radar system
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    नई दिल्ली: भारत सरकार ने 8 मई को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई जवाबी कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी. विदेश सचिव विक्रम मिस्री, विंग कमांडर व्योमिका सिंह, और कर्नल सोफिया कुरैशी की मौजूदगी में यह स्पष्ट किया गया कि भारत ने पाकिस्तान की आक्रामक सैन्य हरकतों का जवाब सटीक, सीमित और विवेकपूर्ण तरीके से दिया है.

    पाकिस्तान की कार्रवाई के बाद भारत का संयम टूटा

    कर्नल सोफिया कुरैशी ने जानकारी दी कि भारत ने 7 मई को एक प्रेस ब्रीफिंग में स्पष्ट चेतावनी दी थी कि उसके सैन्य ठिकानों पर कोई भी हमला गंभीर परिणाम देगा. बावजूद इसके, उसी रात पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से जम्मू, कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के 15 से अधिक सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की.

    उन्होंने कहा, "इन सभी हमलों को भारत की एयर डिफेंस प्रणाली ने प्रभावी ढंग से नाकाम किया. कई स्थानों से जो मलबा बरामद हुआ है, वह इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि हमले पाकिस्तानी क्षेत्र से हुए थे."

    भारतीय वायुसेना का कड़ा और संतुलित जवाब

    कर्नल कुरैशी ने आगे बताया कि आज सुबह भारत ने पाकिस्तान के भीतर चुनिंदा एयर डिफेंस रडार और मिसाइल प्रणालियों को निशाना बनाते हुए एक सीमित ऑपरेशन अंजाम दिया. “हमारी कार्रवाई भले ही जवाबी थी, लेकिन हमने सैन्य ठिकानों को नहीं, बल्कि उन सिस्टम्स को टारगेट किया जो भारतीय सुरक्षा के लिए तत्काल खतरा थे,” उन्होंने बताया.

    इस जवाबी हमले में लाहौर स्थित एक प्रमुख HQ-9 डिफेंस यूनिट को निष्क्रिय किया गया है — जो पाकिस्तान की एयर डिफेंस की रीढ़ मानी जाती है.

    नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी: भारत ने दी चेतावनी

    विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले 24 घंटों में कुपवाड़ा, पुंछ, राजौरी जैसे सेक्टरों में भारी मोर्टार और आर्टिलरी फायरिंग की है, जिससे 16 निर्दोष नागरिक मारे गए हैं. उन्होंने कहा, “हमारी जवाबी कार्रवाई केवल उन्हीं ठिकानों पर की गई जहां से हमला हो रहा था. हम किसी भी हालत में नागरिकों को निशाना नहीं बनाते.”

    UNSC में TRF का बचाव

    विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की दोहरी नीति को भी उजागर किया. “जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पहलगाम हमले पर चर्चा चल रही थी, तब पाकिस्तान ने TRF (द रेजिस्टेंस फ्रंट) की भूमिका पर सवाल उठाए, जबकि उसी TRF ने खुद इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी,” मिस्री ने कहा.

    उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत की ओर से की गई कार्रवाई केवल आतंकवादी इन्फ्रास्ट्रक्चर तक सीमित थी — कोई भी रिहायशी या नागरिक क्षेत्र टारगेट नहीं किया गया.

    सत्तारूढ़ जमात और आतंकवाद की मिलीभगत

    विदेश सचिव ने कहा, “यह छिपी बात नहीं है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना के कुछ वरिष्ठ मंत्री खुलेआम आतंकवादी समूहों के संपर्क में रहे हैं. ओसामा बिन लादेन को ‘शहीद’ कहने वाला देश आज भी कई प्रतिबंधित संगठनों को संरक्षण दे रहा है.”

    भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन

    7 मई की रात जब पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया, तब भारत ने अपने आधुनिकतम S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से उन सभी हमलों को प्रभावशाली रूप से निष्क्रिय कर दिया. इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के हाई-टेक डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया और उसे भारी नुकसान पहुंचाया.

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