नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष रह चुके सौरव गांगुली ने हाल ही में कहा कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने से परहेज करना चाहिए. यह बयान कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ सामने आया है.
गांगुली ने मीडिया से बातचीत में कहा, "भारत को अब सख्त रुख अपनाना चाहिए. जब देश की जनता पीड़ा में है, तब क्रिकेट के मैदान पर सामान्य व्यवहार नहीं किया जा सकता. पाकिस्तान के खिलाफ ICC टूर्नामेंट्स या एशियन चैंपियनशिप में भी नहीं खेलना चाहिए."
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों का इतिहास
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के चलते 2013 के बाद से कोई द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं खेली गई है. दोनों देश अब केवल ICC आयोजनों या एशियाई टूर्नामेंट्स में ही आमने-सामने आते हैं. आखिरी बार पाकिस्तान ने 2012-13 में भारत का दौरा किया था, जिसमें पाकिस्तान ने वनडे सीरीज 2-1 से जीती थी, जबकि टी-20 सीरीज बराबरी पर रही थी.
भारत ने अंतिम बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था, जहां तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत ने 1-0 से जीत दर्ज की थी.
चैंपियंस ट्रॉफी में भी दूरी बनाए रखी
मार्च 2025 में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारत ने पाकिस्तान दौरे से इनकार कर दिया था. टीम इंडिया ने अपने सभी मैच दुबई में खेले और फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर 12 साल बाद खिताब पर कब्जा किया.
बढ़ती मांगें, सख्त फैसलों की जरूरत
देश में आतंकी हमलों के बाद यह मांग तेज होती जा रही है कि भारत को पाकिस्तान के साथ हर तरह के खेल और सांस्कृतिक संबंधों पर पुनर्विचार करना चाहिए. गांगुली का यह बयान भी इसी भावना को दर्शाता है कि भारत को अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी स्पष्ट और सख्त संदेश देना चाहिए.
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