India Pakistan War: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है, और इसकी मुख्य वजह बना है हाल ही में अंजाम दिया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’. इस ऑपरेशन के बाद भारत ने आतंकवाद को लेकर अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. भारत सरकार ने अब स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में देश के खिलाफ होने वाली हर आतंकी घटना को "युद्ध की कार्रवाई" माना जाएगा और उसका जवाब भी वैसा ही दिया जाएगा.
भारत की नीति में बड़ा बदलाव
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह फैसला उस पृष्ठभूमि में लिया गया है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया. इस जवाबी कार्रवाई में लगभग 100 आतंकियों को ढेर किया गया.
ऑपरेशन सिंदूर में बड़ी सफलता
इस ऑपरेशन में भारत को कई महत्वपूर्ण सफलताएँ मिली हैं. मारे गए आतंकियों में मुदस्सर खादियान, मसूद अजहर के करीबी और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में शामिल हाफिज मुहम्मद जमील, मोहम्मद यूसुफ अजहर, खालिद उर्फ अबू अक्शा और मोहम्मद हसन खान शामिल हैं.
पीएम मोदी की हाई-लेवल बैठक
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, CDS जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए. इस बैठक में पाकिस्तान के मिसाइल हमलों, भारत की सैन्य प्रतिक्रिया और भविष्य की तैयारियों पर चर्चा हुई.
विदेश और रक्षा मंत्रालय की साझा प्रेस वार्ता
इससे पहले विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की ओर से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई. इसमें बताया गया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज एयरबेस पर हमले किए. साथ ही उसने नागरिक ठिकानों जैसे अस्पताल और स्कूलों को भी निशाना बनाया.
भारतीय वायुसेना का जवाब और तैयारियां
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया को जानकारी दी कि सिरसा और सूरतगढ़ एयरफोर्स स्टेशनों को पूरी तरह सुरक्षित रखा गया है. भारतीय वायुसेना पूरी तरह अलर्ट मोड में है और किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए तैयार है.
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