भारत-पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष ने अब एक नए और निर्णायक मोड़ ले लिया है. 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को देखते हुए भारत सरकार ने आतंकी गतिविधियों को लेकर अपनी नीति में बदलाव किया है. सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि भविष्य में किसी भी आतंकवादी हमले को सीधा युद्ध माना जाएगा और इसका जवाब भी उसी स्तर पर दिया जाएगा.
आतंकवाद के खिलाफ नो टॉलरेंस
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत अब आतंकवाद के खिलाफ "नो टॉलरेंस" की नीति को व्यावहारिक रूप से लागू करने जा रहा है. यह बदलाव केवल कड़ी चेतावनी नहीं, बल्कि आतंक के पीछे खड़े देशों के लिए एक खुला संदेश है — अगर कोई आतंकी भारत की जमीन पर हमला करता है, तो उसका जवाब गोली से ही मिलेगा, और वो जवाब सीमाओं से परे जाकर भी दिया जा सकता है.
पाकिस्तान की हर कोशिश नाकाम
बीते तीन दिनों में पाकिस्तान ने भारत पर 26 स्थानों पर मिसाइल और ड्रोन के जरिए हमले की कोशिश की, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने मुस्तैदी से नाकाम किया. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये सभी हमले उकसावे की कार्रवाई हैं और भारतीय सेना सिर्फ जवाबी कार्रवाई कर रही है.
भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान अपनी सीमा के पास सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहा है, जो साफ तौर पर तनाव को बढ़ाने की मंशा को दर्शाता है. हालांकि भारत की ओर से अब तक सभी प्रयास संयमित लेकिन सटीक और प्रभावशाली रहे हैं.
पहलगाम हमला बना टर्निंग पॉइंट
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी. हमलावरों ने पहले यात्रियों के धर्म की पहचान की और फिर उन्हें निशाना बनाया. इस बर्बरता के बाद देश भर में गुस्से की लहर फैल गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोषियों को ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती.
इस हमले के 15वें दिन भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, जिसमें पाकिस्तान और PoK के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर नौ बड़े बेस तबाह कर दिए गए. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने एक बार फिर अपने पराक्रम का परिचय देते हुए उसे विफल कर दिया.
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