नई दिल्ली: हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख को और कठोर कर दिया है. इसके चलते पाकिस्तान की रणनीतिक चिंता बढ़ गई है, विशेषकर ऐसे समय में जब भारत की सैन्य तैयारियां कई दिशाओं में सक्रिय रूप से चल रही हैं.
भारत की एक बड़ी सामरिक संपत्ति — तजाकिस्तान स्थित एनी एयरबेस (Ayni Air Base) — पर अब फिर से चर्चा तेज हो गई है. यह एयरबेस पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और संवेदनशील क्षेत्र POK से लगभग 600 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसकी उपस्थिति पाकिस्तान की सुरक्षा गणना में एक नया आयाम जोड़ती है.
भारत की रणनीतिक पहुँच का केंद्र
तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे के पास स्थित एनी एयरबेस को भारत ने 1990 के दशक में विकसित करना शुरू किया था. इस आधारभूत सैन्य संपत्ति को वर्ष 2001 के बाद आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक अभियान की पृष्ठभूमि में रणनीतिक रूप से अपग्रेड किया गया. उस समय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तत्कालीन वायुसेना प्रमुख बी.एस. धनोआ ने इसकी नींव को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
यह एयरबेस अब एक 3,200 मीटर लंबे रनवे, आधुनिक हैंगर और अन्य आवश्यक सुविधाओं से लैस है, और भारत की गहराई से संचालित रणनीतिक पहुंच का प्रतीक बन चुका है.
एनी एयरबेस क्यों है महत्वपूर्ण
इस एयरबेस की सामरिक स्थिति भारत को उत्तर-पश्चिम दिशा में एक वैकल्पिक सैन्य प्रविष्टि प्रदान करती है. पेशावर, इस्लामाबाद और POK जैसे संवेदनशील शहर यहां से केवल 500-600 किमी दूर हैं. इसके अतिरिक्त, एनी एयरबेस अफगानिस्तान और वखान कॉरिडोर के नज़दीक स्थित है, जो इसे कई दिशाओं में ऑपरेशन की संभावना देता है.
इस क्षेत्र में भारत की मौजूदगी केवल पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि समूचे मध्य और दक्षिण एशिया की सामरिक संतुलन पर भी असर डालती है.
रणनीतिक लाभ और रूट ऑप्शन
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत यदि इस एयरबेस से सैन्य संचालन करता है तो उसे दो प्रमुख रास्तों से पाकिस्तान में प्रवेश की संभावना मिलेगी:
अफगान रूट: अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र से होते हुए पाकिस्तान के उत्तरी-पश्चिमी क्षेत्रों को लक्षित करना. यह मार्ग अपेक्षाकृत कम सुरक्षा कवच के कारण उपयोगी हो सकता है.
वखान कॉरिडोर: यह एक संकीर्ण गलियारा है जो तजाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के बीच फैला हुआ है, जहां हवाई निगरानी सीमित है. इससे भारत को अप्रत्याशित दिशा से संचालन की रणनीतिक संभावना मिलती है.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि भारत ने इस एयरबेस पर SU-30MKI जैसे उन्नत लड़ाकू विमानों की तैनाती की है, हालांकि इस पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: सतर्कता बढ़ी
पाकिस्तान ने हालिया घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पूर्वी सीमा पर सैन्य अलर्ट जारी किया है और अपने हवाई रक्षा तंत्र को सक्रिय कर दिया है. भारत की संभावित कार्रवाई को लेकर उसकी रणनीतिक तैयारियों में तेज़ी आई है.
वहीं, भारत के गृह मंत्रालय ने भी देशभर में आपातकालीन मॉक ड्रिल का निर्देश जारी किया है. यह अभ्यास 244 जिलों में किया जा रहा है ताकि आंतरिक सुरक्षा तंत्र की तत्परता सुनिश्चित हो सके.
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