भारत ने बुधवार रात 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए. भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि इन हमलों में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया, ताकि द्विपक्षीय तनाव और बढ़े नहीं. सेना ने इसे 'फोकस्ड, मेजर्ड और नॉन-एस्केलेटरि' कार्रवाई बताया है .
#PahalgamTerrorAttack
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 6, 2025
Justice is Served.
Jai Hind! pic.twitter.com/Aruatj6OfA
ये वे ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था. पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले में 3 सैनिकों की मौत हुई है और 12 लोग घायल हुए हैं.
सीजफायर उल्लंघन की नई घटना
इस बीच, पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के पूंछ-राजौरी सेक्टर में भिंबर गली इलाके में तोपों से गोलाबारी की गई, जिसे भारतीय सेना ने संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करार दिया है।
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर एक आधिकारिक बयान में कहा, "पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर सीजफायर एग्रीमेंट का उल्लंघन करते हुए भिंबर गली सेक्टर में तोपों से फायरिंग की है। भारतीय सेना इस उकसावे का संयमित, सटीक और जवाबदेह तरीके से उत्तर दे रही है।"
Pakistan again violates the Ceasefire Agreement by firing Artillery in Bhimber Gali in Poonch- Rajauri area.#IndianArmy is responding appropriately in a caliberated manner. pic.twitter.com/Bo7Cf8ISzn
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 6, 2025
यह कार्रवाई कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद की गई, जिसमें 26 भारतीय पर्यटक मारे गए थे. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पाकिस्तान ने किसी भी संलिप्तता से इनकार किया है .
पहलगाम हमला:
22 अप्रैल 2025 को दोपहर लगभग 2:30 बजे, कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरान घाटी में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए और 20 से अधिक घायल हुए. हमलावरों ने पुरुषों से उनका धर्म पूछा और फिर उन्हें गोली मार दी.
हमले की जिम्मेदारी शुरू में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली थी, लेकिन बाद में उसने अपने दावे से पलटते हुए इसे 'झूठा और जल्दबाजी में किया गया' बताया. हालांकि, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह हमला पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की ओर से किया गया था .
भारत की प्रतिक्रिया:
हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के साथ कई कूटनीतिक कदम उठाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा को संक्षिप्त किया और दिल्ली लौटकर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक बुलाई. बैठक के बाद, भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों में कई बदलाव किए, जिसमें पाकिस्तान के सभी वीजा रद्द करना, उच्चायुक्तों को वापस बुलाना और पाकिस्तान के साथ जल समझौते को निलंबित करना शामिल है .