कैसे मची भगदड़? अब तक 6 की मौत और 25 घायल; CM धामी ने दिए जांच आदेश

    उत्तराखंड की तीर्थनगरी हरिद्वार में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया. मनसा देवी मंदिर में पूजा के लिए उमड़े श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें छह लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए.

    How Uttrakhand Tragedy happen in mansa devi 6 people died many injured cm issued order
    Image Source: Social Media

    उत्तराखंड की तीर्थनगरी हरिद्वार में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया. मनसा देवी मंदिर में पूजा के लिए उमड़े श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें छह लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. हादसे के तुरंत बाद मंदिर परिसर में हड़कंप मच गया और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया.

    प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे की वजह एक अफवाह बनी. भीड़ में यह बात फैल गई कि किसी को बिजली का झटका लगा है. कुछ लोगों ने हल्का कंपन महसूस किया, जिसके बाद वहां मौजूद श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई और लोग इधर-उधर भागने लगे. इस अफरा-तफरी में कई लोग जमीन पर गिर पड़े और उन्हें रौंद दिया गया.

    राहत व बचाव में जुटा प्रशासन

    घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं. घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और मंदिर परिसर को खाली करवा कर स्थिति पर नियंत्रण पाने की कोशिशें जारी हैं. हरिद्वार प्रशासन का कहना है कि हादसे के हर पहलू की जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे टाले जा सकें.

    मुख्यमंत्री ने जताया गहरा शोक

    उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, भगदड़ की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. स्थानीय पुलिस, SDRF और अन्य राहत एजेंसियां मौके पर मौजूद हैं और स्थिति पर नजर रखी जा रही है. मैं माता रानी से सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और घायलजनों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.

    सावन में उमड़ती है लाखों की भीड़

    गौरतलब है कि सावन के पावन महीने में हरिद्वार के प्रमुख मंदिरों, खासकर मनसा देवी, चंडी देवी और हर की पैड़ी पर लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में हादसा भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़ा करता है.

    स्थिति सामान्य करने की कोशिशें जारी

    गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी दी कि राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और हादसे की विस्तृत जांच रिपोर्ट का इंतजार है. मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है.

    यह भी पढ़ें: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़, 6 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल