पाकिस्तान की नींद हराम करने वाले अधिकारियों को सम्मान, ऑपरेशन सिंदूर के 9 हीरो को मिला सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक

    Sarvottam Yudha Seva Medal: स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले जब देश तिरंगे की शान में रंग रहा था, उसी समय भारतीय वायु सेना के उन जांबाजों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया. यह सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि भारत की सैन्य शक्ति, सटीक रणनीति और अदम्य साहस का परिचायक था.

    Honour to the officers 9 heroes of Operation Sindoor got the Best War Service Medal
    Image Source: ANI/ File

    Sarvottam Yudha Seva Medal: स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले जब देश तिरंगे की शान में रंग रहा था, उसी समय भारतीय वायु सेना के उन जांबाजों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया. यह सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि भारत की सैन्य शक्ति, सटीक रणनीति और अदम्य साहस का परिचायक था.

    ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को सम्मान देने का यह अवसर पूरे देश के लिए गर्व और गौरव का क्षण बना. इस अभियान में निर्णायक भूमिका निभाने वाले चार शीर्ष वायुसेना अधिकारियों को ‘सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक’ से नवाजा गया.

    इन वरिष्ठ अधिकारियों को मिला सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक:

    एयर मार्शल नरनदेश्वर तिवारी (वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ)

    एयर मार्शल जीतेन्द्र मिश्रा (वेस्टर्न एयर कमांडर)

    एयर मार्शल अवधेश भारती (डीजी एयर ऑपरेशंस)

    ‘वीर चक्र’ से सम्मानित हुए ऑपरेशन सिंदूर के 9 नायक:

    रंजीत सिंह सिद्धू

    मनिष अरोड़ा (SC)

    अनिमेश पटनी

    कुणाल कालरा

    जॉय चंद्र

    सार्थक कुमार

    सिद्धांत सिंह

    रिजवान मलिक

    अर्शवीर सिंह ठाकुर

    26 को वायु सेना मेडल (वीरता)

    वे लड़ाकू पायलट भी शामिल हैं जिन्होंने पाकिस्तान की सीमा में जाकर लक्ष्यों को नष्ट किया. एस-400 और अन्य वायु रक्षा प्रणालियों का संचालन करने वाले अधिकारी और वायुसैनिक भी इस सूची में हैं.

    क्या था ऑपरेशन सिंदूर?

    22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया था. यह मिशन भारतीय वायुसेना का एक साहसी और सफल ऑपरेशन था, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह किया गया.

    यह भी पढ़ें- भारत और चाइना साथ-साथ, सही तरीके से...टैरिफ धमकियों के बीच ट्रंप को ड्रैगन की ललकार!