Gwalior News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक अनोखा मामला सामने आया है, जो हर किसी को हैरान कर रहा है. यहां एक पति अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद ट्रांसजेंडर बनने की तैयारी कर रहा है. यह मामला न केवल एक सामान्य तलाक के केस से अलग है, बल्कि इसमें मानसिक स्वास्थ्य और जेंडर आइडेंटिटी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें भी सामने आ रही हैं. इस मामले को लेकर कोर्ट में भी गहरी चर्चा हो रही है.
शादी में विवाद, फिर अलगाव
यह मामला 2019 में हुई शादी से शुरू हुआ था. पति, जो राजस्थान के टोंक जिले का निवासी है, और पत्नी, जो ग्वालियर की रहने वाली है, के बीच शुरुआत में ही विवाद शुरू हो गए थे. विवाद इस हद तक बढ़ा कि पत्नी को ससुराल छोड़कर मायके आना पड़ा. फिर 2021 में दोनों के बीच एक बेटा हुआ, लेकिन इसके बावजूद संबंधों में सुधार नहीं हो पाया. 31 दिसंबर 2023 से पत्नी अपने बेटे के साथ पति से अलग रह रही है. अब पति अपनी पत्नी से तलाक लेने के लिए कोर्ट में आवेदन कर चुका है.
तलाक के बाद ट्रांसजेंडर बनने का फैसला
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पति तलाक लेने के बाद ट्रांसजेंडर बनने की योजना बना रहा है. इस फैसले में उसने अपनी पत्नी से सहमति ली है और उसे तलाक देने के बदले 3 लाख रुपये और शादी के समय दिए गए गहने लौटाने का प्रस्ताव दिया है. वह अब समलैंगिक संबंध बनाने के लिए महिला ट्रांसजेंडर बनने का निर्णय ले चुका है. इसके लिए वह मेडिकल ट्रीटमेंट भी शुरू करने वाला है. यह एक दुर्लभ और नजीर पेश करने वाला मामला बन गया है.
"जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर" की संभावना
चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले में जो मानसिक स्थिति सामने आ रही है, वह 'जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर' हो सकती है. इस बीमारी में व्यक्ति का शारीरिक लिंग पुरुष होता है, लेकिन मानसिक रूप से वह महिला महसूस करता है. यह एक मानसिक विकार है, जिसे इलाज की जरूरत हो सकती है.
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