ऑफिस जाओ या न जाओ, फिर भी आपको मिलती रहेगी सैलरी, बस करना होगा आराम; Google क्यों लाई ऐसा जॉब ऑफर?

    Google टैलेंटेड लोगों के लिए एक ऐसा जॉब ऑफर लेकर के आई है. जिसे सुनकर शायद आप भी खुश हो जाए. दरअसल यह जॉब पॉस्ट कुछ काम न करने का है. यानी अगर कंपनी आपको हायर कर लेती है, तो आपको कुछ नहीं करना केवल आराम करना है. चाहे आप ऑफिस आएं या नहीं, कंपनी फिर भी आपको सैलरी देगी. लेकिन कंपनी ने ऐसा फैसला क्यों किया? आइए जानते हैं.

    ऑफिस जाओ या न जाओ, फिर भी आपको मिलती रहेगी सैलरी, बस करना होगा आराम; Google क्यों लाई ऐसा जॉब ऑफर?
    Image Source: ANI

    मान लीजिए कि आप ऑफिस जाएं और आपको वहां जाकर कुछ काम न करना पड़े. इतना ही नहीं ऐसा करने के आपको कंपनी पैसा भी दे तो? आप कहेंगे कि ऐसा सिर्फ फिल्मों में या फिर काल्पनिक हो सकता है. लेकिन यह सच है. दिग्गज टेक कंपनी Google ने ऐसा ही एक ऑफर निकाला है. जिसे सुनकर शायद अब इसमें हर कोई अप्लाई करना चाहता है. 

    AI में सबसे आगे निकलने की दौड़

    गूगल का लक्ष्य है कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में सबसे ऊपर रहे. इस दौड़ में हर दिन, हर मिनट अहम होता है. गूगल नहीं चाहता कि उसके एक्सपर्ट्स किसी और कंपनी के लिए काम करें, इसलिए उसने नई रणनीति अपनाई है. इसी नई पॉलिसी के तहत अपने एंप्लॉयज को इस तरह का ऑफर दे रहा है गूगल. 

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    पहले हायर किया फिर कही ये बात 

    गूगल ने अपने कुछ AI एक्सपर्ट्स को हायर किया है, और उन्हें कहा गया है कि वे कोई काम ना करें. बस शर्त ये है कि वे किसी दूसरी कंपनी में भी जॉइन ना करें. इसे ही "नॉन-कंपिट एग्रीमेंट" कहते हैं. यानि गूगल उन्हें पैसे देगा, लेकिन वे सिर्फ गूगल से जुड़े रहेंगे, बिना कुछ काम किए. ब्रिटेन में कुछ कर्मचारियों को "गार्डन लीव" पर रखा गया है. इसका मतलब है कि आप ऑफिस आओ या घर पर रहो. कोई काम मत करो. किसी और कंपनी में मत जाओ लेकिन सैलरी मिलती रहेगी. गूगल का यह कदम इसलिए है ताकि टैलेंटेड लोग उसकी कंपनी में ही बने रहें और दूसरी कंपनियों को फायदा ना मिल सके.

    ऐसा फैसला क्यों लिया? 

    अब जाहिर है आप भी सोच रहे होंगे कि कंपनी ने ऐसा फैसला क्यों लिया, तो बता दें कि AI की दुनिया भी काफी तेजी से आगे बढ़ रही है. कई बदलाव इस दुनिया में देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में अगर किसी भी कंपनी का एक एकस्पर्ट दूसरी कंपनी को ज्वाइन कर लेता है, तो वो उस कंपनी में सीखे हुए काम को अपने साथ तो लेकर जाएगा. इसके साथ-साथ उस कंपनी के लिए नए प्रोडक्ट्स को डेवलप करने में उनकी मदद कर सकता है. ऐसा गूगल बिल्कुल नहीं चाहता है. इसलिए जो लोग टैलेंटेड है. ऐसे लोगों को सैलरी देकर कंपनी सिर्फ अपने पास रखना चाहती है. चाहे आपके पास कोई काम न भी हो.