Goa Night club Fire Case: ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ हादसे में बड़ा एक्शन, बिजनेस पार्टनर अजय गुप्ता गिरफ्तार

    Goa Nightclub Fire Case: गोवा में हुए दर्दनाक नाइट क्लब हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया था. अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ क्लब में लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली, जिसके बाद पुलिस लगातार जिम्मेदारों पर शिकंजा कस रही है.

    Goa Night club Fire Case: ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ हादसे में बड़ा एक्शन, बिजनेस पार्टनर अजय गुप्ता गिरफ्तार
    Image Source: ANI

    Goa Nightclub Fire Case: गोवा में हुए दर्दनाक नाइट क्लब हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया था. अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ क्लब में लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली, जिसके बाद पुलिस लगातार जिम्मेदारों पर शिकंजा कस रही है. मंगलवार को इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए क्लब के चार मालिकों में से एक अजय गुप्ता को हिरासत में ले लिया गया.

    हादसे के बाद से ही पुलिस ने सभी मालिकों पर कड़ी निगरानी शुरू की थी और अजय गुप्ता सहित दो मालिकों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) भी जारी किया गया था.

    दिल्ली से पकड़ा गया अजय गुप्ता, अब तक छह गिरफ्तारियां

    गोवा पुलिस के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अजय गुप्ता गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली में छुपा हुआ था. पुलिस की टीम उसके घर पहुंची, लेकिन उसे वहां नहीं पाया जा सका, जिसके बाद एलओसी जारी किया गया. बाद में दिल्ली में उसे ढूंढकर हिरासत में ले लिया गया.यह इस केस में गिरफ्तार छठा आरोपी है.

    लूथरा ब्रदर्स अब भी फरार, जारी हुआ ब्लू कॉर्नर नोटिस

    नाइट क्लब के अन्य दो मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा अभी भी फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस ने दोनों के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है, जिससे उनकी लोकेशन और मूवमेंट का पता लगाया जा सके.

    इस कार्रवाई के बाद पुलिस की जांच और तेज़ हो गई है.

    पीड़ित परिवार का आरोप  “सुरक्षा मानकों में भारी लापरवाही हुई” आग में मारे गए लोगों में से एक पश्चिम बंगाल निवासी सुभाष छेत्री भी शामिल थे. छेत्री दो साल पहले गोवा गए थे और क्लब में प्रशिक्षु शेफ के तौर पर काम कर रहे थे. हादसे के समय वे किचन में मौजूद थे. परिवार ने क्लब प्रबंधन पर सीधा आरोप लगाया है कि “बुनियादी अग्नि सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन हुआ, जिसकी वजह से यह भयावह हादसा हुआ.”

    उनकी बहन उर्मिला ने भावुक होकर कहा: “जब पता चला कि सुभाष का नाम मृतकों की सूची में है, तो सबसे पहले यही चिंता थी कि माता-पिता को यह कैसे बताएं.” सुभाष के चाचा दिलीप छेत्री ने भी क्लब प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की. पीड़ित परिवारों का कहना है कि इस दुखद घटना की एकमात्र वजह सुरक्षा नियमों का पालन न करना था. उनका साफ कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिम्मेदारों को जल्द से जल्द कठोर दंड मिलना चाहिए.

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