Plane Crash In Ahmedabad: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुआ विमान हादसा सिर्फ एक त्रासदी नहीं, बल्कि हवाई सुरक्षा प्रक्रियाओं पर सवालिया निशान भी है. एयर इंडिया का अत्याधुनिक Boeing 787-8 Dreamliner जब दुर्घटनाग्रस्त हुआ, तब उसमें 242 यात्री सवार थे, जिनमें से अधिकांश की मृत्यु हो गई. सिर्फ एक व्यक्ति—ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार—इस हादसे से जीवित बच पाए. इस दुखद घटना ने लोगों के मन में यह सवाल जरूर खड़ा किया होगा: आखिर एक विमान को उड़ान भरने से पहले कितनी तैयारी से गुजरना पड़ता है?
आइए, जानते हैं विमान टेकऑफ से पहले के उन सभी चरणों के बारे में, जिन पर एक सुरक्षित उड़ान टिकी होती है.
1. उड़ान की योजना और पूर्व तैयारी
उड़ान से पहले airline का operations विभाग मौसम, उड़ान मार्ग, वैकल्पिक हवाई अड्डे और ईंधन की आवश्यकता का मूल्यांकन करता है. पायलट को NOTAMs और मौसम रिपोर्ट दी जाती हैं, ताकि संभावित खतरों की जानकारी रहे.
2. तकनीकी जांच और ईंधन प्रबंधन
मेंटेनेंस टीम विमान की बाहरी और आंतरिक तकनीकी जांच करती है. ईंधन की मात्रा और गुणवत्ता की जांच होती है, जिसमें रिजर्व फ्यूल भी शामिल रहता है. इसके अलावा, पूरे विमान का वज़न और संतुलन सुनिश्चित किया जाता है.
3. यात्री और ग्राउंड स्टाफ की प्रक्रिया
चेक-इन से लेकर बोर्डिंग तक यात्रियों की पहचान, बैगेज चेक, और सुरक्षा स्कैन किया जाता है. ग्राउंड सपोर्ट जैसे पुशबैक ट्रैक्टर और पावर यूनिट्स विमान को टेकऑफ के लिए तैयार करते हैं.
4. पायलट और केबिन क्रू की भूमिकाएं
उड़ान से पहले ब्रीफिंग होती है, जिसमें आपातकालीन उपायों की समीक्षा की जाती है. पायलट कॉकपिट चेकलिस्ट पूरी करता है और फ्लाइट सिस्टम्स की पुष्टि करता है.
5. एटीसी समन्वय और रनवे चेक
ATC से टेकऑफ के लिए मंजूरी ली जाती है. रनवे की सतह, मौसम, और अन्य विमानों की स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है.
6. अंतिम उड़ान और टेकऑफ
सभी सिस्टम्स की अंतिम बार जांच के बाद, विमान टेकऑफ करता है. इस समय पायलट अत्यधिक सतर्क रहता है, ताकि कोई तकनीकी गड़बड़ी तुरंत पकड़ी जा सके.
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