टेक्सास: एलन मस्क की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को एक और करारा झटका लगा है. गुरुवार की रात स्पेसएक्स की टेस्ट साइट पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब स्टारशिप 36 रॉकेट का एक टेस्ट विस्फोट में तब्दील हो गया. यह हादसा उस समय हुआ जब रॉकेट को ज़मीन पर खड़ा कर इंजन टेस्टिंग की जा रही थी. विस्फोट इतना तेज़ था कि आसपास के घरों की खिड़कियां तक हिल गईं.
सेकंडों में धमाका, आग और धुएं का गुबार
घटना गुरुवार रात लगभग 11 बजे टेक्सास के स्टारबेस टेस्ट साइट पर हुई. जैसे ही इंजन स्टेटिक फायर के लिए ऑन किया गया, रॉकेट का ऊपरी हिस्सा अचानक फट पड़ा. वीडियो में देखा गया कि नोज़ सेक्शन से चमकदार विस्फोट हुआ, फिर देखते ही देखते लपटों और काले धुएं ने पूरे क्षेत्र को ढक लिया.
स्थानीय लोगों ने बताया कि विस्फोट के वक्त ज़मीन हिलने जैसी कंपन महसूस हुई. राहत की बात यह रही कि टेस्ट साइट रिमोट-ऑपरेटेड थी, और सभी तकनीकी स्टाफ सुरक्षित दूरी पर मौजूद था. किसी के घायल होने की खबर नहीं है.
29 जून को थी फ्लाइट 10 की लॉन्चिंग
यह स्टारशिप 36 की फ्लाइट 10 से पहले आखिरी स्टेटिक फायर टेस्टिंग थी, जो 29 जून को लॉन्च होने वाली थी. स्टेटिक फायर टेस्ट आमतौर पर रॉकेट इंजन की ज़मीन पर पूरी ताकत से टेस्टिंग होती है, ताकि यह देखा जा सके कि लॉन्च के लिए सब कुछ ठीक है या नहीं. लेकिन इस बार यह टेस्ट विफल रहा और रॉकेट को गंभीर नुकसान हुआ.
अब तक स्पेसएक्स की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन शुरुआती आशंका जताई जा रही है कि यह हादसा संभवतः इंजन की तकनीकी खराबी के कारण हुआ.
क्या मस्क का मंगल मिशन डगमगा रहा है?
स्टारशिप एलन मस्क के उस महत्वाकांक्षी मिशन का हिस्सा है, जिसके जरिए वे मानव सभ्यता को मंगल पर बसाना चाहते हैं. यह अब तक का सबसे शक्तिशाली और पूरी तरह से रीयूजेबल रॉकेट माना जाता है. लेकिन हाल के महीनों में स्टारशिप के साथ कई हादसे हो चुके हैं. इससे पहले दो टेस्ट फ्लाइट्स हवा में ही फट चुकी हैं.
स्पेसएक्स का मानना है कि हर विफलता उन्हें बेहतर बनाती है, और वो हर हादसे से सीख लेकर रॉकेट की क्षमताओं में सुधार करेंगे. हालांकि, अब अगली फ्लाइट की तारीख फिलहाल अनिश्चित हो गई है. अगला कदम जांच पूरी होने के बाद ही तय किया जाएगा.
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