Bihar News: बिहार में आगामी चुनावों को लेकर चुनाव आयोग (ECI) ने मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान की कमर कस ली है. आयोग ने राज्य के लगभग सभी मतदाताओं से संपर्क स्थापित कर लिया है और इस प्रक्रिया को समयसीमा से पहले पूरा करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है. 12 जुलाई तक आयोग के पास कुल 7.90 करोड़ मतदाताओं में से 6.32 करोड़ से अधिक गणना फॉर्म प्राप्त हो चुके हैं, जो कि लगभग 80% के करीब हैं. इस अभियान के तहत आयोग का उद्देश्य बिहार के सभी पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल करना है, ताकि चुनाव में कोई मतदाता बाहर न रहे.
गणना फॉर्म की प्रक्रिया और वितरण में तेजी
चुनाव आयोग ने बताया कि राज्य में 7.89 करोड़ मतदाताओं के लिए गणना फॉर्म की छपाई का कार्य पूरा कर लिया गया है. इन फॉर्म का वितरण भी लगभग समाप्त हो चुका है. आयोग ने 77,895 बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) और अतिरिक्त 20,603 नए BLOs को इस कार्य में तैनात किया है. इसके अलावा, 38 जिला निर्वाचन अधिकारी (DEOs), 243 विधानसभा निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (EROs) और 963 सहायक EROs इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के नेतृत्व में इस अभियान को कुशलतापूर्वक चलाया जा रहा है, जिससे यह कार्य समय से पहले पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
टीमवर्क और तकनीकी सुधार
चुनाव आयोग ने इस कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.5 लाख बूथ लेवल एजेंट्स (BLAs) की मदद भी ली है. ये एजेंट्स घर-घर जाकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी मतदाताओं का नाम सही तरीके से सूची में शामिल हो और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े. इसके साथ ही, आयोग ने 4 लाख से ज्यादा स्वयंसेवकों को भी नियुक्त किया है, जो विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग मतदाताओं और अन्य कमजोर वर्गों की मदद कर रहे हैं.
नई तकनीक से होगी पारदर्शिता और गति में वृद्धि
इस बार चुनाव आयोग ने अपनी प्रक्रिया को और तेज और पारदर्शी बनाने के लिए ECINet नामक नया सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है. यह सॉफ्टवेयर 40 पुराने ECI ऐप्स को एक जगह जोड़ेगा, जिससे गणना फॉर्म का डिजिटल रूप से अपलोड करना और सत्यापन करना आसान होगा. इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से 6 जुलाई तक 4.66 करोड़ गणना फॉर्म अपलोड किए जा चुके हैं. इससे मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और फॉर्म का सत्यापन अधिक तेज़ी से किया जाएगा.
दस्तावेज जमा करने की समय सीमा और महत्वपूर्ण तिथियां
मतदाताओं को अपने गणना फॉर्म के साथ सभी पात्रता दस्तावेज़ जमा करने की सलाह दी गई है. यह दस्तावेज़ उनकी पहचान और पात्रता की पुष्टि करेंगे. अगर कोई मतदाता निर्धारित समय से दस्तावेज़ जमा नहीं कर पाता, तो वह 30 अगस्त 2025 तक दावे और आपत्तियों के दौरान इसे प्रस्तुत कर सकता है. इस साल 1 अगस्त को ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, जिसमें सभी योग्य मतदाताओं के नाम होंगे. यह सूची चुनावी प्रक्रिया के लिए एक आधार बनेगी.
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