घाना की संसद में पीएम मोदी की ये बात सुन सांसदों ने लगाए जोरदार ठहाके, जानिए ऐसा क्या कहा?

    PM Modi Ghana Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घाना यात्रा ऐतिहासिक रही. पीएम मोदी को घाना के राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया. उन्होंने घाना की संसद को संबोधित करते हुए भारत के लोकतंत्र, विविधता और अफ्रीका के साथ मजबूत साझेदारी का संदेश दिया.

    During PM Modi s address in Ghana s Parliament MPs started laughing loudly
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    PM Modi Ghana Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घाना यात्रा ऐतिहासिक रही. पीएम मोदी को घाना के राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया. उन्होंने घाना की संसद को संबोधित करते हुए भारत के लोकतंत्र, विविधता और अफ्रीका के साथ मजबूत साझेदारी का संदेश दिया. उन्होंने लोकतंत्र को भारत की आत्मा बताया और घाना को सम्मानजनक साझेदार बताया. यह दौरा वैश्विक दक्षिण में भारत की भूमिका को मजबूत करता है.

    पीएम मोदी की इस बात पर लगे ठहाके

    पीएम मोदी ने जब घाना संसद में कहा, "भारत लोकतंत्र की जननी है. हमारे लिए लोकतंत्र एक व्यवस्था नहीं, बल्कि संस्कार है." तो सभी गंभीरता से उन्हें सुन रहे थे. लेकिन जैसे ही उन्होंने आगे कहा कि, "भारत में 2,500 से ज़्यादा राजनीतिक दल हैं, 22 आधिकारिक भाषाएं हैं और हजारों बोलियाँ बोली जाती हैं." तो पूरा सदन हंसी के ठहाकों से गूंज उठा. यह हंसी किसी मज़ाक पर नहीं, बल्कि भारत की विविधता की कल्पना मात्र से हुई. कुछ सांसद हैरान थे, तो कुछ मुस्कुरा रहे थे और खुद मोदी भी हल्के से मुस्कुराते नजर आए.

    घाना को बताया लोकतंत्र की प्रेरणादायक भूमि

    पीएम मोदी ने अपने भाषण में घाना के लोकतांत्रिक इतिहास की तारीफ करते हुए कहा "यह भूमि लोकतंत्र की भावना को जीवित रखती है." उन्होंने घाना के लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्हें घाना की संसद को संबोधित करना गर्व की बात लग रही है. "यह मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भी विशेष क्षण है, क्योंकि कल मुझे आपके राष्ट्रपति से राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ. यह सम्मान भारत के 140 करोड़ लोगों के लिए है."

    डॉ. क्वामे नक्रूमा को दी श्रद्धांजलि

    मोदी ने घाना के पहले राष्ट्रपति डॉ. क्वामे नक्रूमा को याद करते हुए कहा कि "उन्होंने कहा था कि हमें एकजुट करने वाली शक्तियां, हमें अलग करने वाले प्रभावों से कहीं ज्यादा बड़ी हैं." पीएम मोदी ने बताया कि यह सोच भारत और अफ्रीका के रिश्तों को नई ऊंचाई देती है. उन्होंने डॉ. नक्रूमा को लोकतंत्र और एकता का प्रतीक बताया.

    भारत–अफ्रीका साझेदारी का नया अध्याय

    इस दौरे के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने यह साफ कर दिया कि भारत की अफ्रीका नीति केवल आर्थिक नहीं, बल्कि आदर, साझा विकास और वैचारिक समानता पर आधारित है. उन्होंने "मानवता पहले" की बात दोहराई, जिसे उन्होंने वैक्सीन मैत्री जैसे अभियानों से साबित भी किया है.

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