नई दिल्ली/मॉस्को: रूस की राजधानी मॉस्को में उस समय हड़कंप मच गया जब एयरपोर्ट पर ड्रोन अटैक हुआ. हैरानी की बात यह रही कि यह हमला तब हुआ, जब भारत से आए सांसदो का प्रतिनिधिमंडल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर रूस पहुंच रहा था. विमान की लैंडिंग से ठीक पहले ड्रोन अटैक के कारण विमान को लंबे समय तक आसमान में चक्कर लगाने पड़े.
कनिमोझी के नेतृत्व में थी भारतीय टीम
भारतीय संसद की सर्वदलीय टीम का नेतृत्व डीएमके सांसद कनिमोझी कर रही थीं. इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को वैश्विक मंच पर उजागर करना और भारत के रुख को समर्थन दिलाना है. यह डेलिगेशन गुरुवार को मॉस्को एयरपोर्ट पर पहुंचा, लेकिन तभी वहां ड्रोन से हमला हो गया.
यूक्रेन की ओर से हुआ ड्रोन हमला
रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ड्रोन अटैक यूक्रेन की ओर से किया गया था. इस हमले के बाद मॉस्को एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई. डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स को रोक दिया गया और एयरस्पेस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया. इसी वजह से भारतीय सांसदों का विमान घंटों तक हवा में चक्कर लगाता रहा.
भारतीय विमान की सुरक्षित लैंडिंग
काफी देर के इंतजार और स्थिति सामान्य होने के बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल का विमान आखिरकार सुरक्षित लैंड कर सका. एयरपोर्ट पर मौजूद भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने टीम का स्वागत किया और उन्हें सुरक्षित होटल तक पहुंचाया. सभी सांसद और अधिकारी सुरक्षित हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की वैश्विक पहल
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने सात अलग-अलग देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं, जिनका मकसद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर वैश्विक जनमत बनाना है. मॉस्को में हुई यह घटना भारत की सुरक्षा चिंताओं को और पुख्ता करती है.
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