ताइवान के साथ धोखा कर रहे ट्रंप? विश्वास दिलाकर चले जिनपिंग से मिलने; खुद ड्रैगन ने भेजा मुलाकात का न्योता

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चीन के प्रति नरम रुख अपनाया है. हाल ही में दिए एक बयान में उन्होंने चीन की तारीफ करते हुए कहा कि अमेरिका और चीन के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं.

    Donald Trump Visit In Beijing meet with xi jinping
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    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चीन के प्रति नरम रुख अपनाया है. हाल ही में दिए एक बयान में उन्होंने चीन की तारीफ करते हुए कहा कि अमेरिका और चीन के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीजिंग आने का न्योता दिया है, जिसे वे जल्द स्वीकार कर सकते हैं.दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब उन्होंने ताइवान के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर से मुलाकात की है और ताइवान के साथ हर परिस्थिति में खड़े रहने का भरोसा दिलाया है.

    कुछ समय से अटकलें थीं कि ट्रंप इस साल के अंत तक एशिया यात्रा पर जा सकते हैं, जिसमें चीन भी शामिल है. अब इन अटकलों पर खुद ट्रंप ने मुहर लगा दी है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की इस यात्रा में वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता की योजना भी बनाई जा रही है. इससे पहले, 11 जुलाई को मलेशिया में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात को दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.

    दक्षिण कोरिया में हो सकती है जिनपिंग-ट्रंप की मुलाकात

    सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप और शी जिनपिंग की संभावित मुलाकात एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन के दौरान दक्षिण कोरिया में भी हो सकती है. हालांकि, अभी तक इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है.

    बयानबाज़ी में नरमी का दौर

    ट्रंप की हालिया टिप्पणियों से साफ है कि उन्होंने चीन के प्रति अपने तेवरों में बदलाव किया है. पहले जहां वो चीन पर टैरिफ वॉर को लेकर आक्रामक रुख अपनाते थे, वहीं अब उन्होंने इसे शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में बढ़ा दिया है. चीन की ओर से भी बीते हफ्ते नरमी दिखाई दी थी, जब बीजिंग स्थित अमेरिकी दूतावास ने जानकारी दी कि 3 सितंबर को द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में अमेरिकी प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा.

    चीनी विदेश मंत्रालय की चुप्पी

    ट्रंप और जिनपिंग की संभावित बैठक पर चीनी विदेश मंत्रालय ने अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने सिर्फ इतना कहा कि दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच संवाद की कूटनीति, चीन-अमेरिका संबंधों में रणनीतिक रूप से बेहद अहम है. वहीं, चीन के वाणिज्य मंत्री वांग वेन्ताओं ने कहा कि बीजिंग अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक रिश्तों को फिर से बेहतर बनाने का इच्छुक है.

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