वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलेनिया ट्रंप को लेकर एक बार फिर चर्चा का दौर तेज़ हो गया है. राजनीतिक पत्रकार और लेखक माइकल वोल्फ ने दावा किया है कि यह जोड़ी अब एक साथ नहीं रह रही और दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए हैं. इस दावे ने अमेरिकी राजनीति और सोशल मीडिया में हलचल मचा दी है.
क्या सच में अलग हो चुके हैं डोनाल्ड और मेलेनिया?
माइकल वोल्फ ने एक पॉडकास्ट बातचीत में बताया कि उनके पास ऐसे कई संकेत हैं जो यह दर्शाते हैं कि डोनाल्ड और मेलेनिया ट्रंप अब वैवाहिक संबंध में नहीं हैं. उन्होंने दावा किया कि मेलेनिया ट्रंप ने वाइट हाउस से खुद को लगभग पूरी तरह अलग कर लिया है. वोल्फ के अनुसार, जनवरी 2021 के बाद से मेलेनिया ने वाइट हाउस में सिर्फ दो सप्ताह से भी कम समय बिताया है. उन्होंने कहा, “अगर हम पारंपरिक रूप से किसी शादी को देखें, तो यह रिश्ता उस परिभाषा के बिल्कुल भी अनुरूप नहीं है. दोनों अपने-अपने जीवन में व्यस्त हैं और व्यावहारिक रूप से अलग हो चुके हैं.”
व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया – आरोपों को बताया निराधार
इन दावों के जवाब में व्हाइट हाउस के इंफॉर्मेशन डायरेक्टर स्टीवन चेउंग ने वोल्फ की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने वोल्फ को ‘हाई-क्लास फूल’ करार देते हुए कहा कि यह सब झूठे आरोप हैं जो केवल ट्रंप और मेलेनिया की छवि धूमिल करने की कोशिश हैं. चेउंग ने कहा, “माइकल वोल्फ बार-बार झूठ गढ़ते हैं. वह एक काल्पनिक दुनिया में जी रहे हैं, और उनके बयान उनकी पूर्वाग्रह से भरी सोच का नतीजा हैं.”
पहले भी लगा चुके हैं ट्रंप पर आरोप
यह पहला मौका नहीं है जब माइकल वोल्फ ने डोनाल्ड ट्रंप को लेकर विवादास्पद बयान दिए हों. इससे पहले भी उनकी किताब ‘फायर एंड फ्यूरी: इनसाइड द ट्रंप वाइट हाउस’ ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. उस किताब में भी ट्रंप के निजी जीवन और राष्ट्रपति कार्यकाल को लेकर कई सनसनीखेज दावे किए गए थे.
मेलेनिया की दूरी और सार्वजनिक गैरहाज़िरी
गौरतलब है कि मेलेनिया ट्रंप ने ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान वाइट हाउस में अपनी उपस्थिति कम कर दी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह अधिकतर समय फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में बिताती हैं, जहां उनका बेटा बैरन ट्रंप विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी हाल ही में सवाल उठाए थे कि मेलेनिया ट्रंप ने वाशिंगटन की सार्वजनिक गतिविधियों से दूरी क्यों बना ली है.
यह भी पढ़ें: भारत-पाकिस्तान नहीं, यूरोप में छिड़ सकता है परमाणु युद्ध... फ्रांस कहां तैनात करेगा एटम बम? मैक्रों ने दिए संकेत