एक राष्ट्र, एक चुनाव पर चर्चा के साथ समाप्त हुआ 'विकसित भारत युवा संसद', मंडाविया ने दिया पुरस्कार

विकासशील भारत युवा संसद के दूसरे दिन की शुरुआत नए संसद भवन के समृद्ध भ्रमण से हुई, जहाँ प्रतिभागियों को विधायी कार्यवाही को लाइव देखने का अनूठा अवसर मिला. इस प्रत्यक्ष अनुभव ने युवा प्रतिनिधियों को संसदीय प्रक्रिया की गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान की, जिससे लोकतांत्रिक शासन की बेहतर समझ विकसित हुई.

Developed India Youth Parliament ended with discussion on one nation one election Mandaviya gave award
प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Bharat 24

नई दिल्ली: विकासशील भारत युवा संसद के दूसरे दिन की शुरुआत नए संसद भवन के समृद्ध भ्रमण से हुई, जहाँ प्रतिभागियों को विधायी कार्यवाही को लाइव देखने का अनूठा अवसर मिला. इस प्रत्यक्ष अनुभव ने युवा प्रतिनिधियों को संसदीय प्रक्रिया की गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान की, जिससे लोकतांत्रिक शासन की बेहतर समझ विकसित हुई. प्रतिभागियों ने सांसदों को वास्तविक समय में चर्चा और बहस में भाग लेते देखने के अवसर के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की.

इसके अलावा, युवा संसद में दिन का मुख्य एजेंडा एक राष्ट्र, एक चुनाव (ONOE) विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को भेजने के प्रस्ताव पर चर्चा करना था. एक आकर्षक चर्चा के बाद, सदन के अध्यक्ष ने मतदान के लिए आह्वान किया. संयुक्त संसदीय समिति को ONOE विधेयक को भेजने के प्रस्ताव को भारी बहुमत से पारित कर दिया गया. इस दौर के निर्णायक मंडल में लोक सभा के सदस्य श्री लावू श्री कृष्ण देवरायलु, श्री हेमंग जोशी और श्रीमती बांसुरी स्वराज शामिल थे. इस सत्र में विचारों का रचनात्मक आदान-प्रदान हुआ, जिससे युवाओं को चुनावी सुधारों की सूक्ष्म समझ मिली.

मंडाविया ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्रदान किया

दिन की कार्यवाही का एक महत्वपूर्ण आकर्षण केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया द्वारा वर्ष 2021-22 और 2022-23 के लिए राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्रदान करना था.

डॉ. मनसुख मंडाविया ने युवा व्यक्तियों के अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला, जिनकी दूरदर्शिता और समर्पण ने उन्हें अलग पहचान दिलाई. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन पुरस्कार विजेताओं ने हमेशा राष्ट्र के कल्याण को प्राथमिकता दी है, समाज सेवा की बात की है और अपने कार्यों के माध्यम से आशा जगाई है. उन्होंने कहा कि ऐसे युवाओं को सम्मानित करना मंच के लिए गर्व का क्षण है.

आज के प्रतिभागी कल के नेता बनेंगे- मंडाविया

भविष्य की ओर देखते हुए, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा, तब तक आज के युवा राष्ट्र की बागडोर संभालेंगे. उन्होंने कहा कि आज के प्रतिभागी कल के नेता बनेंगे, अपने वर्तमान संकल्पों को भविष्य की उपलब्धियों में बदलेंगे. उन्होंने कल्पना की कि भारत, जो वर्तमान में विकास कर रहा है, 2047 तक एक पूर्ण विकसित राष्ट्र के रूप में उभरेगा, और जोर देकर कहा कि नियति भी जल्द ही इस अपरिहार्य परिवर्तन को स्वीकार करेगी.

व्यक्तिगत और संगठन श्रेणियों में कुल 24 राष्ट्रीय युवा पुरस्कार दिए गए. NYA 2021-22 के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में कुल 11 पुरस्कार दिए गए. NYA 2022-23 के लिए कुल 13 पुरस्कार दिए गए, जिनमें व्यक्तिगत श्रेणी में 12 पुरस्कार और संगठन श्रेणी में 1 पुरस्कार शामिल है. पुरस्कार में व्यक्तिगत पुरस्कार के लिए एक पदक, एक प्रमाण पत्र और 1,00,000/- रुपये का नकद पुरस्कार और संगठन पुरस्कार के लिए एक पदक, एक प्रमाण पत्र और 3,00,000/- रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है.