पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को तनावपूर्ण बना दिया है. लेकिन इस बार भारत का रवैया बेहद सख्त और निर्णायक दिखाई दे रहा है. सरकार अब केवल चेतावनी या विरोध दर्ज कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि सैन्य और रणनीतिक स्तर पर प्रत्यक्ष एक्शन की योजना पर काम हो रहा है.
रणनीतिक बैठकें और फौजी मूवमेंट शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद देश की सैन्य तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में रक्षा सचिव राजेश कुमार और वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. इसके बाद एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी प्रधानमंत्री आवास से रवाना होते देखे गए, जो इस बात का संकेत है कि कुछ बड़ा और ठोस निर्णय लिए जा रहे हैं.
समंदर से आसमान तक बढ़ी हलचल
भारत ने अरब सागर में युद्धाभ्यास तेज कर दिए हैं. एंटी-शिप और एंटी-मिसाइल परीक्षणों के जरिये दुश्मन को स्पष्ट संकेत दे दिया गया है कि भारत अब चुप नहीं बैठने वाला. साथ ही, आईएनएस सूरत जैसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस युद्धपोत को सक्रिय रूप से तैनात किया गया है, जो किसी भी जल या हवाई हमले का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है.
पाकिस्तान की बौखलाहट और बेतुके बयान
दूसरी ओर, पाकिस्तान लगातार बौखलाहट में बयानबाजी कर रहा है. परमाणु हमले की गीदड़भभकी कभी उसके राजनयिकों द्वारा दी जाती है, तो कभी नेताओं द्वारा. हाल ही में पाकिस्तान में रूस के राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली ने परमाणु हथियार की धमकी दी, जबकि इससे पहले रेल मंत्री हनीफ अब्बासी भी ऐसी ही बयानबाज़ी कर चुके हैं. लेकिन सच्चाई ये है कि पाकिस्तान की हथियार फैक्ट्रियां खुद संकट में हैं और वह यूक्रेन को चोरी-छिपे हथियार बेचकर काम चला रहा है. 2023 में पाकिस्तान ने हजारों रॉकेट और तोप के गोले गुपचुप तरीके से यूक्रेन भेजे, ताकि कुछ विदेशी मुद्रा अर्जित कर सके.
भारत का बड़ा फैसला: आयात-निर्यात और पार्सल सेवा बंद
भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए आर्थिक मोर्चे पर भी सख्त कदम उठाए हैं. अब न सिर्फ भारत-पाकिस्तान के बीच आयात-निर्यात पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, बल्कि पाकिस्तानी जहाजों को भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश की अनुमति भी नहीं दी जाएगी. इतना ही नहीं, पाकिस्तान के लिए डाक और पार्सल सेवाएं भी पूरी तरह बंद कर दी गई हैं.
सेना को खुली छूट
प्रधानमंत्री मोदी पहले ही सेना को 'फ्री हैंड' दे चुके हैं — समय, स्थान और तरीका तय करने की पूरी आज़ादी के साथ. इसका असर अब एलओसी पर साफ नजर आ रहा है, जहां बीएसएफ और भारतीय सेना हर हमले का करारा जवाब दे रही हैं. पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघनों का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है और दुश्मन की चौकियां तबाह की जा रही हैं.
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