CPI(M) Kerala secretary MV Govindan
तिरुवनंतपुरम (केरल): CPI(M) के राज्य सचिव एमवी गोविंदन (MV Govindan) ने गुरुवार को कहा कि CPI(M) को 18वें लोकसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा क्योंकि वे लोगों की भावनाओं को समझने में विफल रहे.
लोकसभा चुनाव के नतीजों पर समीक्षा करते समय एमवी गोविंदन ने कहा, "वामपंथी लोगों की भावनाओं को समझने में विफल रहे हैं. कल्याणकारी पेंशन में व्यवधान और सरकारी कर्मचारियों के लिए लंबित डीए बकाया ने भी हमारे खिलाफ काम किया है." उन्होंने आरोप लगाया कि केरल में ईसाई समुदाय ने हमेशा सांप्रदायिक एजेंडे का विरोध किया है. हालांकि, इस चुनाव में ईसाई समुदाय के कुछ वर्ग विभिन्न कारणों से भाजपा की ओर चले गए हैं, जिनमें धमकियां भी शामिल हैं.
ईसाई समुदाय हमेशा सांप्रदायिक एजेंडे के खिलाफ
पार्टी के राज्य सचिव गोविंदन ने आगे कहा, "केरल में ईसाई समुदाय हमेशा सांप्रदायिक एजेंडे के खिलाफ खड़ा रहा है. हालांकि, यह सच है कि इस चुनाव में उनमें से एक वर्ग ने धमकियों सहित विभिन्न कारणों से भाजपा की ओर रुख किया है. कुछ जगहों पर तो बिशप भी व्यक्तिगत रूप से शामिल थे."
केरल में वाम लोकतांत्रित मोर्चे की बड़ी हार
गौरतलब है कि केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चे को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. 2019 की तरह, हम केवल एक सीट जीत पाए. केरल में, खासकर अल्पसंख्यकों के बीच, यह धारणा प्रचलित है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर सरकार बनाने और नेतृत्व करने की संभावना सीपीआई (एम) से अधिक है. इस धारणा ने सीपीआई (एम) की चुनावी सफलता पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है.
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